रायपुर। बहुचर्चित अंतागढ़ टेप कांड सामने लाने वाले और इसके मुख्य गवाह फिरोज सिद्दीकी का बड़ा बयान सामने आया है। फिरोज सिद्दीकी ने कहा है कि 2 बार आवेदन देने के बावजूद पुलिस उन्हें सुरक्षा नहीं दे रही है।
फिरोज ने मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटले की जांच के दौरान हुई गवाहों की हत्या का हवाला देते हुए कहा कि मेरी जान को खतरा है, लेकिन पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। चालान पेश नहीं होने का बहाना दिया है, जबकि मैंने एक भ्रष्टाचार का मामला सामने लाया है। फिरोज ने कहा है कि अगर पुलिस सुरक्षा नहीं देती है तो मैं जांच में आगे सहयोग नहीं कर पाऊंगा।
बता दें कि साल 2014 में अंतागढ़ के कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार ने चुनाव के ठीक पहले नाम वापस ले लिया था, जिसके कारण भाजपा प्रत्य़ाशी को आसान जीत मिल गई थी। कुछ समय बाद फिरोज सिद्दीकी का एक आडियो वायरल हुआ जिसमें नाम वापसी के लिए मंतूराम को पैसे मिलने के आरोप लगे।
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कांग्रेसी नेत्री किरणमयी नायक ने इस मामले में मंतूराम पवार, पूर्व सीएम अजीत जोगी, अमित जोगी, पूर्व मंत्री राजेश मूणत और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के दामाद पुनीत के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। इसके बाद भूपेश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए रायपुर SP के प्रभार में SIT का गठन किया है। मामले में फिरोज सिद्दीकी को मुख्य गवाह बनाया गया है।