Gita in School: अब हर स्कूल में होगा भगवद् गीता के श्लोकों का पाठ, राज्य सरकार ने लिया बड़ा फैसला

Gita in School: अब हर स्कूल में होगा भगवद् गीता के श्लोकों का पाठ, राज्य सरकार ने लिया बड़ा फैसला

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  • Publish Date - December 21, 2025 / 04:57 PM IST,
    Updated On - December 21, 2025 / 05:27 PM IST

Gita in School

HIGHLIGHTS
  • उत्तराखंड सरकार ने स्कूलों में गीता श्लोक पाठ अनिवार्य किया
  • पहल का उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास और सकारात्मक सोच
  • सीएम धामी ने कटारमल सूर्य मंदिर की सांस्कृतिक विरासत को साझा किया

देहरादून: Gita in School स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। दरअसल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में भगवद् गीता के श्लोकों का पाठ अनिवार्य कर दिया है।

Gita in School सीएम धामी में हाल ही में अपने सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि “हमारी सरकार ने राज्य के स्कूलों में गीता के श्लोकों का पाठ अनिवार्य किया है। यह पहल छात्रों को भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और जीवन के दर्शन से जोड़ते हुए उनके सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त कर रही है।” उन्होंने विश्वास जताया कि गीता के उपदेश बच्चों में आत्मविश्वास, कर्तव्यबोध और सकारात्मक सोच विकसित करने में मदद करेंगे।

ये है उद्देश्य

मुख्यमंत्री के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य छात्रों को भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और जीवन दर्शन से जोड़ना है, ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।

इसी दिन मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी देश-दुनिया के सामने रखा। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर अल्मोड़ा जिले में स्थित ऐतिहासिक कटारमल सूर्य मंदिर की विशेषताओं को उजागर किया। यह मंदिर भगवान सूर्यदेव को समर्पित है और कत्युरी काल की उत्कृष्ट वास्तुकला व गहन आस्था का अद्भुत उदाहरण माना जाता है।

इन्हें भी पढ़े:-

उत्तराखंड सरकार ने स्कूलों में क्या अनिवार्य किया है?

भगवद् गीता के श्लोकों का पाठ।

इस पहल का उद्देश्य क्या है?

छात्रों को भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और जीवन दर्शन से जोड़ना और उनका सर्वांगीण विकास करना।

गीता श्लोक पाठ से छात्रों को क्या लाभ होगा?

आत्मविश्वास, कर्तव्यबोध और सकारात्मक सोच का विकास।