छत्तीसगढ़ के 7 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण पत्र, मंत्री सिंहदेव ने अधिकारियों-कर्मचारियों को दी बधाई

छत्तीसगढ़ के 7 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण पत्र, मंत्री सिंहदेव ने अधिकारियों-कर्मचारियों को दी बधाई

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  • Publish Date - April 7, 2021 / 05:04 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

रायपुर।  उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने वाले छत्तीसगढ़ के सात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS – National Quality Assurance Standard) प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की विशेषज्ञों की टीम द्वारा विगत फरवरी माह में इन अस्पतालों में मरीजों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता के परीक्षण के बाद राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र के लिए चयन किया गया है।
 
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स्वास्थ्य मंत्री  टीएस सिंहदेव ने समर्पित स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उत्कृष्टता प्रमाण-पत्र हासिल करने वाले सभी अस्पतालों के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने भरोसा जताया है कि ये अस्पताल आगे भी अपनी उत्कृष्टता बरकरार रखते हुए मरीजों की सेवा करेंगे और प्रदेश के दूसरे अस्पतालों के लिए नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव  रेणु जी. पिल्लै, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं  नीरज बंसोड़ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित संबंधित जिलों के मैदानी अधिकारियों को भी बधाई दी है।

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भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सरगुजा जिले के रघुनाथपुर और लुंड्रा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रायपुर के मंदिरहसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जांजगीर-चांपा के राहोद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महासमुंद के पटेवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कोरिया के खड़गवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और बेमेतरा के देवरबीजा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पतालों की ओपीडी, आई.पी.डी, लेबोरेट्री, प्रसव कक्ष, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन और जनरल एडमिन व्यवस्था का मूल्यांकन किया गया। मूल्यांकन में खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं।

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भारत सरकार के विशेषज्ञों द्वारा मरीजों के लिए अस्पताल में उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता के परीक्षण में लुंड्रा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और मंदिरहसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 94-94 प्रतिशत, रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 91 प्रतिशत, राहोद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 86 प्रतिशत, खडगवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 85 प्रतिशत, पटेवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 82 प्रतिशत और देवरबीजा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 75 प्रतिशत अंक मिले हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। कोरोना महामारी के संकट काल में भी इन सात सरकारी अस्पतालों द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र हासिल करने से प्रदेश के दूसरे अस्पताल भी लोगों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को प्रेरित होंगे।