अरपा नदी के उद्गम स्थल के विवाद का निपटारा करने टीम गठित, हाईकोर्ट ने वरिष्ठ वकीलों को सौंपी जिम्मेदारी

अरपा नदी के उद्गम स्थल के विवाद का निपटारा करने टीम गठित, हाईकोर्ट ने वरिष्ठ वकीलों को सौंपी जिम्मेदारी

  •  
  • Publish Date - February 19, 2020 / 03:14 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:58 PM IST

पेंड्रा। अरपा नदी के उदगम स्थल के विवाद को लेकर अब जल्द ही न केवल पटाक्षेप हो जाएगा बल्कि इसके साथ ही अरपा के संरक्षण की दिशा में हाईकोर्ट ने चार वकीलों की टीम बनाकर 25 फरवरी तक रिपोर्ट सौंपने के निर्देष दिए हैं। दरअसल अरपा नदी के उदगम को लेकर पहले से ही विवाद बना हुआ था । इसके साथ ही अरपा नदी के संरक्षण को लेकर जनहित याचिका लगायी गयी थी ।

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान में उत्पीड़न के शिकार डेढ़ सौ से अधिक अल्पसंख्यक परिवार प…

बिलासपुर हाईकोर्ट ने इस पर सुनवाई करते हुए चार वरिष्ठ अधिवक्ताओं की कमेटी बनाकर 25 फरवरी तक रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में इसका उल्लेख करना होगा कि आखिर अरपा नदी का संरक्षण कैसे किया जाए। रिपोर्ट में अरपा उदगम के आसपास के अतिक्रमण की क्या स्थिति है और अरपा को बारहमासी जलप्रवाह रखने के लिये किन उपायों की जरूरत है, इसका उल्लेख भी होगा।

ये भी पढ़ें- भूकंप से हिला शिमला, रिक्टर पैमाने पर इतनी रही तीव्रता, जानमाल के न…

कमेटी में वरिष्ठ अधिवक्ता एन के व्यास, वाय सी शर्मा, आशुतोष कछवाहा और यू एन एस देव शामिल हैं । कमेटी की रिपोर्ट के बाद 25 फरवरी को इस मामले में अगली सुनवाई होगी। वहीं अरपा के उदगम को लेकर एक विवाद यह है कि पेंड्रा के स्थानीय लोग अरपा के उदगम को अमरपुर के खेत से मानते हैं । दूसरे लोग और कई दस्तावेजों में अरपा का उदगम खोडरी में बताते हैं। ऐसे में बिलासपुर जिला प्रशासन ने हाईकोर्ट में तर्क पेश किया है कि अरपा नदी का उदगम पेंड्रा का खेत नहीं बल्कि खोडरी से है। वहीं पेंड्रा के खेत को शासन ने निजी व्यक्ति की जमीन भी बतलाते हुए अपना जवाब पेश किया है।