अपनों ने छोड़ा साथ तो पत्नी ने दी मुखाग्नि, दो बेटियों के साथ नम हुई हर आंख

अपनों ने छोड़ा साथ तो पत्नी ने दी मुखाग्नि, दो बेटियों के साथ नम हुई हर आंख

  •  
  • Publish Date - March 18, 2019 / 05:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:06 PM IST

कोरबा। जिले के अमरैयापारा में पति की मौत के बाद परिवार को जब कोई जिम्मेदार सदस्य सामने नहीं आया तो पत्नी ने तमाम रुढ़ियों को दरकिनार करते हुए अपनी दो नाबालिग बेटियों के साथ पति को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार को पूरा किया। इस मंजर को जिसने भी देखा वह अपने आंखों में आंसू को नहीं रोक पाया।

ये भी पढ़ें- मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था है चुस्त-दुरुस्त, इंटेलिजेंस आईजी ने…

सफेद साड़ी में लिपटी पिंकी भारत के पति ओम प्रकाश की एक हादसे में जब मौत हुई तो परिवार का कोई सदस्य मुखाग्नि देने सामने नहीं आया। पति को खोने के गम में डूबी पत्नी की भी हिम्मत शुरुआत में जवाब दे रही थी, लेकिन धर्म का पालन करना था। लिहाजा, उसने यह कठिन निर्णय लिया कि वही अपने पति को मुखाग्नि देगी। हाथ-पैर जवाब दे रहे थे कि लकड़ियों के बीच लेटे पति को वो खुद आग के हवाले कैसे करे, पर परिस्थितियां आखिर सब करा लेती हैं।

ये भी पढ़ें- पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता, 17 साल से फरार पूर्व नक्सली गिरफ्तार

मूलतः बांकी मोंगरा के निवासी ओमप्रकाश शहर के अमरैयापारा में रहता था। खाना बनाने के लिए सिगड़ी में केरोसिन डालते समय तेज आग की लपटों से वह झुलस गया था । उपचार के लिए उसे बिलासपुर में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। ओमप्रकाश के निधन की सूचना उसके भाइयों को दी गई, लेकिन उन्होंने व्यस्तता का हवाला देते हुए अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाने में असमर्थता जता दी। परिवार से किसी को न आता देख आखिरकार पत्नी ने ही अपनी बेटियों के साथ अंतिम संस्कार का बीड़ा उठाया। विपरीत परिस्थितियों में बेटियों के द्वारा पिता को मुखाग्नि देते हुए सुना और देखा गया है, लेकिन हमारे आसपास शायद ऐसा पहली बार हुआ, जब पत्नी ने अपने पति को मुखाग्नि दी हो। अंतिम संस्कार के दौरान पत्नी और उनकी दोनों बेटियों के साथ अंतिम संस्कार में मौजूद हर आंख नम थी।