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रायपुर: Saumya Chaurasia News, छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व मुख्यमंत्री की सचिव सौम्या चौरसिया को कोर्ट में पेश किया। उनकी दो दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद ED ने उन्हें अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
ED के अनुसार, सौम्या चौरसिया पर आरोप है कि कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री की सचिव रहते हुए उन्होंने शराब घोटाले में 115 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की। एजेंसी का दावा है कि उन्होंने इस दौरान मनमानी नियुक्तियां कीं और घोटाले को बढ़ावा दिया।
Raipur News, सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने जमानत के लिए कोई याचिका दाखिल नहीं की। वहीं, ED ने भी दोबारा पुलिस रिमांड की मांग नहीं की। इसके चलते अदालत ने उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। इस कार्रवाई को सौम्या चौरसिया के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। शराब घोटाले में उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही मामला राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
शराब घोटाले मामले में बड़ा अपडेट यह भी मिला है कि ईडी पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास को प्रोडक्शन रिमांड में कोर्ट में पेश करेगी। कुछ देर में निरंजन दास को कोर्ट लेकर पुलिस पहुंचेगी। ईडी निरंजन दास की कस्टोडियल रिमांड माँगेगी। सौम्या चौरसिया से मिले इनपुट के आधार पर निरंजन दास से पूछताछ की जाएगी।सौम्या चौसरिया से पूछताछ के दौरान Ed को महत्वपूर्ण क्लू मिले हैं। फिलहाल निरंजन दास Eow की FIR में जेल में बंद है।
Raipur News पूर्व सीएम भूपेश बघेल की उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया के खिलाफ ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। इस केस में ईडी ने सौम्या चौरसिया को 16 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के प्रावधानों के तहत यह गिरफ्तारी हुई थी। उसके बाद 17 दिसंबर को सौम्या चौहरिया को विशेष अदालत में पेश किया गया। पीएमएलए की स्पेशल कोर्ट ने ED को तीन दिनों की रिमांड दी थी जो शुक्रवार को पूरी हो गई।
इस केस में शुक्रवार को ईडी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मीडिया को अमह जानकारी दी है। इस प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि ED ने ACB/EOW, रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा IPC, 1860 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज FIR के आधार पर जांच शुरू की। जांच में पता चला है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ। 2500 करोड़ रुपये से ज़्यादा की आपराधिक कमाई इससे अर्जित की गई।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के इस बहुचर्चित शराब घोटाले में ED की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।