कोरोना से स्वस्थ होने के 3 महीने बाद लगेगी वैक्सीन, गंभीर बीमारियों में भी 4-8 माह बाद वैक्सीनेशन, एक्सपर्ट ने तैयार की गाइडलाइन..पढ़ें

कोरोना से स्वस्थ होने के 3 महीने बाद लगेगी वैक्सीन, गंभीर बीमारियों में भी 4-8 माह बाद वैक्सीनेशन, एक्सपर्ट ने तैयार की गाइडलाइन..पढ़ें

कोरोना से स्वस्थ होने के 3 महीने बाद लगेगी वैक्सीन, गंभीर बीमारियों में भी 4-8 माह बाद वैक्सीनेशन, एक्सपर्ट ने तैयार की गाइडलाइन..पढ़ें
Modified Date: November 29, 2022 / 08:34 pm IST
Published Date: May 19, 2021 4:12 pm IST

नईदिल्ली। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव राजेश भूषण ने आज सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीनेशन (NEGVAC) की गाइडलाइन और रणनीति के बारे में अनुरोध पत्र भेजा है, उन्होंने गाइडलाइन से अवगत कराते हुए कहा है कि बदलती हुई कोरोना महामारी की स्थिति और नए वैश्विक वैज्ञानिक अनुभवों से नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ने निम्नलिखित सुझाव दिए हैं, जिन्हें भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए गाइडलाइन बनाने का फैसला किया है।

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1. निम्नलिखित स्थितियों में कोरोना वैक्सीनेशन अलग-अलग तिथियों पर किया जा सकेगा।
a. किसी व्यक्ति के लैब टेस्ट रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए जाने के 3 महीने बाद ही कोरोना वैक्सीन एक्शन किया जा सकेगा।
b. कोरोना पॉजिटिव मरीजों जिनमें एंटीबॉडी ह प्लाज्मा उपचार के दौरान दिया गया है उन्हें वैक्सीनेशन अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 3 महीने बाद ही दिया जा सकेगा।
c. किसी व्यक्ति के कोरोना वैक्सीन के पहले टीके के बाद संक्रमित होने की स्थिति में दूसरा टीका पूरी तरह ठीक होने के 3 महीने बाद ही दिया जा सकता है।
d. किसी व्यक्ति के गंभीर रूप से बीमार होने की स्थिति में अस्पताल या इंटेंसिव केयर यूनिट से डिस्चार्ज होने के 4 से 8 सप्ताह बाद ही कोविड टीका दिया जा सकेगा।

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2. कोई भी व्यक्ति कोविड- टीका लेने या नेगेटिव आरटी पीसीआर टेस्ट होने के 14 दिन बाद ही रक्तदान कर सकता है।
3. स्तनपान कराने वाली सभी महिलाओं में कोविड- टीका करण पूरी तरह सुरक्षित है और इसे बिना किसी नुकसान के किया जा सकता है।
4. कोविड-19 करण के पूर्व किसी भी प्रकार के रैपिड एंटीजन टेस्ट स्क्रीनिंग किए जाने की आवश्यकता नहीं है।

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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों मुख्य सचिवों से आग्रह किया है कि इस गाइडलाइन के पूर्णता पालन को तुरंत सुनिश्चित किया जाना जरूरी है और यह गाइडलाइन सभी टीकाकरण प्रदाताओं और सामान्य जन के बीच पहुंचाया जाना जरूरी है। उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि टीकाकरण स्टाफ की ट्रेनिंग हर स्तर पर सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com