300 contract workers were not regularized | contract employee regularization news latest
300 contract workers were not regularized: नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की एयर इंडिया अपने 300 गैर-उड़ान कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू करने की संभावना नहीं रखती है, क्योंकि यह कर्मचारी एयर इंडिया-विस्तारा विलय के दौरान जगह नहीं बना पाएं। पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि एयर इंडिया के फिक्स्ड टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत 300 गैर-उड़ान कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट के रिन्यू होने की कोई संभावना नहीं है।
ये कर्मचारी एयर इंडिया के अलग अलग डिपार्टमेंट में 10 से 15 सालों से काम कर रहे हैं और उनके रोजगार कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू किया जा रहा था लेकिन पीटीआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि “क्योंकि उन्हें फिटमेंट एक्सरसाइज के दौरान कोई भूमिका नहीं सौंपी गई है, जो अब लगभग पूरा हो चुका है, इसलिए उनके कॉन्ट्रैक्ट के रिन्यू होने की संभावना नहीं है।” एफटीसी (FTC) कर्मचारियों की संख्या, जिनके कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू नहीं हो सकता है, उन कर्मचारियों की संख्या लगभग 300 है।
300 contract workers were not regularized: 17 जुलाई को एयर इंडिया ने अपने परमानेंट ग्राउंड स्टाफ के लिए वॉलयूएंट्री रिटायरमेंट स्कीम (वीआरएस) की घोषणा की थी। ग्राउंड स्टाफ को भेजे मेसेज में एयर इंडिया ने कहा: “हम एयर इंडिया में कम से कम पांच साल की निरंतर सेवा वाले कर्मचारियों के लिए वॉलयूएंट्री रिटायरमेंट स्कीम (वीआरएस) और पांच साल से कम निरंतर सेवा वाले कर्मचारियों के लिए वॉलयूएंट्री सेपरेशन स्कीम (वीएसएस) की घोषणा कर रहे हैं।”
कॉन्ट्रैक्ट पर होने के कारण, ये कर्मचारी वीआरएस या वीएसएस जैसी योजनाओं के हकदार नहीं हैं, जिनकी घोषणा एयर इंडिया ने अपने स्थायी कर्मचारियों के लिए की थी, और इसलिए उन्हें स्थायी कर्मचारियों के विपरीत ऐसे प्रस्ताव नहीं मिलेंगे, जिन्हें फिटमेंट एक्सरसाइज के बाद भी कोई पद नहीं मिला।”
एयरलाइन के विलय होने से पहले दोनों एयरलाइनों के कर्मचारियों की भूमिका और जिम्मेदारियों के मूल्यांकन से जुड़ी फिटमेंट एक्सरसाइज पिछले कुछ महीनों से चल रही है। इसमें किसी व्यक्ति के पिछले अनुभव, प्रदर्शन और अन्य कारकों को ध्यान में रखा जाता है। दोनों पूर्ण-सेवा वाहकों एयर इंडिया और विस्तारा में कुल मिलाकर 23,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं।