अगरतला, एक अप्रैल (भाषा) मुख्यमंत्री माणिक साहा ने मंगलवार को विधानसभा में जानकारी दी कि त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) के अंतर्गत 302 प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं जहां केवल एक शिक्षक कार्यरत हैं।
पूर्वोत्तर राज्य में छठी अनुसूची क्षेत्रों में स्वायत्त जिला परिषद 1387 प्राथमिक विद्यालय संचालित करती है।
राज्य के कुल भूभाग के दो-तिहाई हिस्से में ‘टीटीएएडीसी क्षेत्र’ फैला हुआ है और यह जनजातीय समुदायों का निवास स्थान है।
टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के विधायक पठन लाल जमतिया द्वारा पेश ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए शिक्षा विभाग का जिम्मा संभाल रहें मुख्यमंत्री ने कहा कि टीटीएएडीसी द्वारा संचालित 1,387 प्राथमिक विद्यालयों में 30,273 छात्र अध्ययनरत हैं और इनमें 3,504 शिक्षक कार्यरत हैं।
उन्होंने कहा कि टीटीएएडीसी के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने 709 शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति (डिप्यूटेशन) पर इन विद्यालयों में भेजा है।
उन्होंने कहा, ‘भले ही आदिवासी परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात अच्छा हो (9:1), लेकिन 302 विद्यालय एकल शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं। इससे पता चलता है कि टीटीएएडीसी द्वारा संचालित विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या का समान वितरण सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता है। अगर हम ऐसा कर सकें, तो समस्या का समाधान हो जाएगा।’
मुख्यमंत्री ने जनजातीय परिषद के स्कूलों में छात्रों के कम नामांकन संख्या के कारणों पर भी प्रकाश डाला।
भाषा राखी पवनेश
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