सुंदरलाल बहुगुणा के खिलाफ टिप्पणी के लिये भाजपा मुख्यालय के बाहर आप का प्रदर्शन

सुंदरलाल बहुगुणा के खिलाफ टिप्पणी के लिये भाजपा मुख्यालय के बाहर आप का प्रदर्शन

सुंदरलाल बहुगुणा के खिलाफ टिप्पणी के लिये भाजपा मुख्यालय के बाहर आप का प्रदर्शन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: July 18, 2021 3:29 pm IST

नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं की ओर से कथित रूप से अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) की उत्तराखंड इकाई ने रविवार को यहां भाजपा मुख्यालय के बाहर धरना दिया ।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिवंगत पर्यावरणविद को भारत रत्न दिये जाने की मांग की थी, जिसके बाद शनिवार को उनके और कुछ भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गयी थी ।

केजरीवाल ने भाजपा नेताओं पर कथित रूप से बहुगुणा के लिये ‘अपमानजनक भाषा’ का इस्तेमाल करने के लिये हमला बोला । इससे पहले भाजपा के एक प्रवक्ता ने चिपको आंदोलन के नेता के लिये भारत रत्न की मांग करने को लेकर आप के वरिष्ठ नेता पर तंज कसा था ।

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इससे पहले शनिवार को केजरीवाल ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर आजादी के 75 वें वर्ष के अवसर पर बहुगुणा के लिये भारत रत्न की मांग की है ।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुये भाजपा प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल ने कहा, ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘भारत रत्न’ को रेवड़ी का पैकेट समझ लिया है, इसलिये जहां भी जाते हैं बांटते चलते हैं।’’

इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुये केजरीवाल ने कहा कि भाजपा उन्हें गाली दे सकती है, लेकिन उसे बहुगुणा के लिये ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिये ।

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा मुझे जो गाली देनी है दे सकती है, लेकिन सुंदरलाल बहुगुणा जी के संदर्भ में ऐसी ओछी बात करना सही नहीं है ।’’

आप की उत्तराखंड की इकाई ने भाजपा नेताओं पर ओछी भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुये प्रदर्शन किया ।

आम आदमी पार्टी की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष बृज मोहन उप्रेती ने कहा कि भाजपा के नेता इस बात को स्वीकार नहीं कर सकते कि केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में महान पर्यावरणविद् की तस्वीर और मूर्ति स्थापित की है ।

भाजपा नेता परवेश सिंह ने केजरीवाल से भारत रत्न पर राजनीति नहीं करने की अपील की ।

भाषा रंजन दिलीप

दिलीप


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