Corona Cases in India: देश में कोरोना ने मचाया हाहाकार, बढ़कर 1047 हुई एक्टिव मरीजों की संख्या, जानिए किस राज्य में कितने मरीज
Corona Cases in India: देश में कोरोना ने मचाया हाहाकार, बढ़कर 1047 पहुंची एक्टिव मरीजों की संख्या, जानिए किस राज्य में कितने मरीज
Corona Cases in India | Photo Credit: IBC24
- भारत में 1047 नए कोविड केस, 11 मौतें; केरल में सबसे ज़्यादा एक्टिव केस (430)।
- JN.1 वेरिएंट देश में सबसे अधिक संक्रमण का कारण (53% सैंपल्स में मौजूद)।
- WHO ने LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट को निगरानी में रखने योग्य वेरिएंट बताया, लेकिन चिंता की वजह नहीं माना
नई दिल्ली: Corona Cases in India देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। आए दिन चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, आज कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 1047 हो गई है। सबसे ज्यादा मामला केरल से सामने आ चुके हैं। यहां 430 एक्टिव केस है। वहीं महाराष्ट्र में 208, दिल्ली में 104 और गुजरात में 83 केस हैं।
Corona Cases in India वहीं कर्नाटक में 80 केस में से सिर्फ 73 बेंगलुरु में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आगे बताया कि गुजरात में 76 नए मामले सामने आए हैं, अब राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 83 हो गई है। वहीं, हरियाणा में 8 नए मामले सामने आए हैं, इसके साथ ही राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 9 हो गई है। वहीं, राजस्थान में 11 नए केस सामने आए हैं, इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 13 हो गई है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भी 11 नए केस मिले हैं, इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 12 हो गई है। साथ ही यूपी में 15 नए केस मिले हैं। वहीं 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 5 लोगों की मौत हुई है। वहीं केरल और राजस्थान में दो दो मरीजों की मौत हुई है। जबकि कर्नाटक और मध्यप्रदेश में एक एक मरीज की मौत हुई है। इनमें से नौ की मौत एक हफ्ते के भीतर हुई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो इन दिनों सामने आए कोरोना के वायरस नए वेरिएंट के हैं। WHO कोरोना के नए वेरिएंट को LF.7 और NB.1.8 सब-वैरिएंट को निगरानी में रखे जाने वाले वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने अब तक इन दोनों वैरिएंट को चिंताजनक नहीं बताया है। लेकिन LF.7 और NB.1.8 ही वे वैरिएंट हैं जो कथित तौर पर चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में कोविड के मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार रहे हैं। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में तमिलनाडु में NB.1.8.1 वैरिएंट का एक मामला सामने आया था, जबकि मई में गुजरात में LF.7 वैरिएंट के चार मामले सामने आए थे। लेकिन भारत में अब भी कोरोना संक्रमण के लिए JN.1 वैरिएंट ही सबसे अधिक जिम्मेदार बना हुआ है। भारत में टेस्ट होने वाले कोविड सैंपल्स में से 53% में JN.1 वैरिएंट ही संक्रमण का कारण है, इसके बाद BA.2 की उपस्थिति 26% तथा अन्य ओमिक्रॉन सब-लीनिएज की उपस्थिति 20% है।

Facebook



