नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे की लिखी नई किताब का हवाला देते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना को उन लोगों के साथ कोई ‘‘सार्थक विचार-विमर्श किए बिना’’ लाया गया जो इस ‘‘विनाशकारी नीति’’ से सीधे प्रभावित होने वाले थे।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘‘इंडिया’ के सांसदों के सामूहिक निलंबन की खबर सुर्खियों में हैं। इन सांसदों की संख्या अब 142 हो गई है, लेकिन सुर्खियों के इस खेल में अन्य खबरों का महत्व कम नहीं होना चाहए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने अपने संस्मरण में खुलासा किया है कि अग्निपथ/अग्निवीर योजना थल सेना, वायु सेना और नौसेना के प्रमुखों को पूरी तरह से आश्चर्यचकित करने वाली थी। इस योजना के ऐलान से वे चौंक गए थे।’’
रमेश ने कहा, ‘‘उन्होंने उस बात की पुष्टि कर दी है जो आम तौर पर लोग मान रहे थे कि अग्निपथ/अग्निवीर योजना को उन लोगों के साथ सार्थक विचार-विमर्श के बिना लाया गया था जो इस विनाशकारी नीति से सीधे तौर पर प्रभावित होने वाले थे।’’
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