जोधा-अकबर का उदाहरण देकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा- ‘सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन गलत’

‘सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन गलत'! Allahabad High Court said- 'conversion of religion only for marriage is wrong'

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  • Publish Date - August 3, 2021 / 09:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:51 PM IST

प्रयागराज: देश के कई राज्यों में तेजी से बढ़ते धर्मांतरण और लव जिहाद के मामलों के बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक ऐसे ही मामले में सुनवाई करते हुए बड़ा बयान दिया है। मामले में कोर्ट ने मुगल शासक जोधा और अकबर का भी उदाहरण दिया है। कोर्ट ने कहा है कि सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन कराया जाना गलत है।

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मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा है कि मुगल शासक अकबर और जोधाबाई की शादी का सबक लेते हुए धर्म परिवर्तन जैसी घटनाओं से बचा जा सकता है। कोर्ट ने बताया कि जोधा बाई ने अकबर से बिना धर्म परिवर्तन किए शादी किया था और दोनों एक दूसरे का सम्मान भी करते थे। साथ ही दोनों ने एक दूसरे की धार्मिक भावनाओं का पूरा सम्मान किया।

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दरअसल, एटा जिला निवासी जावेद पर आरोप था कि उसने बहला-फुसलाकर एक हिंदू लड़की से शादी की थी। जावेद ने लड़की को गुमराह कर उससे धर्म परिवर्तन के कागजाम पर हस्ताक्षर करवाए थे। वहीं, मामले में पीड़ित लड़की ने भी कोर्ट के सामने जावेद द्वारा झांसा देने का बयान दिया था, जिसके बाद जावेद की याचिका को खारिज करते हुए कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था।

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मामले को लेकर जावेद के परिजनों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसकी मंगलवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट कहा कि धर्म आस्था का विषय होता है, कोई भी अपनी-अपनी पूजा पद्धति के मुताबिक ईश्वर के प्रति अपनी आस्था जता सकता है।

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