समाजसेवी अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 17 सौ शब्दों का लंबा चैड़ा पत्र लिखकर अपनी नारजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि छह साल बाद भी भ्रष्टाचार को रोकने वाले एक भी कानून पर अमल नहीं हो पाया. इसी के मद्देनजर दिल्ली में आंदोलन करने का फैसला लिया है। चार पेज के अपने लेटर में अन्ना लिखते है कि जनआंदोलन के छः साल बाद भी भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए एक भी कानून पर अमल नहीं किया गया, लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति करने वाले और भ्रष्टाचार को रोकने वाले सभी सशक्त बिलों पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। वहीं देश में इतने किसानों की आत्म हत्या के बाद भी सरकार ने अभी तक स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पर अमल नहीं किया है। इसे साथ अन्ना ने चुनौती के लहजे में लिखा है कि माकूल जवाब नहीं मिलने पर दिल्ली में आंदोलन करने का फैसला लिया गया है।