अरुणाचल सरकार ने कॉलेज छात्रों, स्नातकों के लिए एआई प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया

अरुणाचल सरकार ने कॉलेज छात्रों, स्नातकों के लिए एआई प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया

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  • Publish Date - December 9, 2025 / 04:25 PM IST,
    Updated On - December 9, 2025 / 04:25 PM IST

ईटानगर, नौ दिसंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश सरकार ने कॉलेज छात्रों और हाल ही में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले लोगों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से जुड़े उद्योग-प्रासंगिक कौशल विकसित करने के लिए मंगलवार को एक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की।

राज्य का सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग ‘रैंचो लैब्स’ और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के ‘टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब’ के सहयोग से इस कार्यक्रम का संचालन करेगा।

उपमुख्यमंत्री चौना मेन ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम वैश्विक स्तर पर प्रौद्योगिकी क्षेत्र में होने वाले विकास के अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है, ताकि राज्य के युवा कार्यबल को मजबूत किया जा सके।

मेन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “यह कार्यक्रम युवा शिक्षार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डेटा विश्लेषण, पायथन प्रोग्रामिंग और उद्योग-प्रासंगिक अन्य प्रौद्योगिकियों में आवश्यक कौशल से लैस करेगा।”

उन्होंने कहा, “इससे उन्हें तकनीकी क्षेत्र में आत्मविश्वास के साथ तरक्की की व्यापक संभावनाओं वाले करियर को चुनने में मदद मिलेगी।”

मेन ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि राज्य के छात्र पीछे न रह जाएं, क्योंकि एआई और ‘मशीन लर्निंग’ की वजह से उद्योग तथा रोजगार परिदृश्य नया आकार ले रहे हैं।

उन्होंने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को भविष्य के लिए तैयार पीढ़ी के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। साथ ही राज्य भर के छात्रों से कार्यक्रम का लाभ उठाने का आग्रह किया।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रशिक्षण जनवरी के दूसरे सप्ताह से ईटानगर में ऑफलाइन मोड में आयोजित किया जाएगा और यह पांच से छह हफ्ते तक चलेगा, जिसमें रोजाना दो घंटे का सत्र होगा।

उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों को एआई और ‘मशीन लर्निंग’ के मूल सिद्धांतों, डेटा विश्लेषण तथा ‘विजुअलाइजेशन’, पायथन प्रोग्रामिंग, वास्तविक दुनिया परियोजना विकास और कैरियर की तैयारी के संबंध में प्रासंगिक जानकारियां दी जाएंगी।

मेन के मुताबिक, यह कार्यक्रम पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्तपोषित है और इसके तहत छात्रों को मुफ्त में प्रशिक्षण मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए चार जनवरी से पहले पंजीकरण कराना होगा और इसमें आवेदकों के लिए सीमित सीटें उपलब्ध हैं।

भाषा पारुल दिलीप

दिलीप