Vadodara boat capsizing accident : गुजरात के वडोदरा में गुरुवार को हुए नाव हादसे में 14 मौतों को लेकर प्रशासन ने सख्ती बरती है। शुक्रवार को पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि वडोदरा शहर के बाहरी इलाके में स्कूली बच्चों को सैर कराने ले जा रही नाव हरणी मोटनाथ झील में पलट गई थी। इस हादसे में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई, जबकि 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचा लिया गया।
Vadodara boat capsizing accident : बता दें कि गुजरात के वडोदरा में नाव पलटने से एक ही परिवार के भाई-बहन की मौत हो गई। 10 साल की आशिया के परिजनों ने बताया कि 17 साल की मन्नतों के बाद उनके घर में एक बच्ची की किलकारी गूंजी थी। मगर, हरणी तालाब में हुए हादसे ने उनकी खुशियां छीन ली हैं। वो मेरी गोद में खेलने वाली थी। वह प्यार की मूरत थी। जब वह पल्लू पकड़कर खड़ी हुई, तो दुनिया रुक गई। 17 साल की मन्नतों के बाद हमने उसे पाया था। यह दर्द है 10 साल की आशिया खलीफा के माता-पिता का, जिसकी गुजरात के वडोदरा में हुए बोट हादसे में मौत हो गई थी। उसके चचेरा भाई अयान की भी इस हादसे में मौत हो गई। एक ही परिवार के दो बच्चों के जनाजा जब उठा, तो देखने वालों का कलेजा फट गया।
आशिया के पिता फारुख इस हादसे के समय लंदन में थे। फारूक और रहीमा को संतान सुख नहीं मिला था। काफी मन्नतों के बाद 17 साल बाद उनके घर एक बच्ची का जन्म हुआ था, उसका नाम आशिया रखा गया। बड़े लाड-प्यार से उसे पाला गया। मगर, 10 साल की उम्र में ही उसकी मौत की खबर ने पूरे परिवार को तोड़ दिया। इस घटना के सामने आने के बाद गुरुवार की देर शाम मामले में एक्शन भी लिया गया। हरणी पुलिस स्टेशन में पांच आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 308 और 337 के तहत FIR दर्ज की गई है। केंद्र और राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का एलान भी किया है।
PMO की तरफ से घोषणा की गई है कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। उधर, गुजरात सरकार ने बोट हादसा मामले में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।