असम मंत्रिमंडल ने युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए दी 600 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी

असम मंत्रिमंडल ने युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए दी 600 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी

असम मंत्रिमंडल ने युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए दी 600 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी
Modified Date: August 22, 2025 / 10:33 am IST
Published Date: August 22, 2025 10:33 am IST

गुवाहाटी, 22 अगस्त (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने टाटा समूह की कंपनी नेल्को के साथ मिलकर राज्य भर में कौशल शिक्षा केंद्र विकसित करने के लिए 600 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है।

मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बृहस्पतिवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस परियोजना का वित्तपोषण नेल्को और असम सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य मंत्रिमंडल ने असम में कौशल शिक्षा के लिए 50 केन्द्र और 500 ‘स्पोक्स मॉडल’ के कार्यान्वयन के लिए सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के साथ रणनीतिक साझेदार के रूप में टाटा की कंपनी नेल्को को मंजूरी दे दी है।’’

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शर्मा ने कहा कि परियोजना की कुल लागत 600 करोड़ रुपये होगी, जिसमें से 75 प्रतिशत निवेश टाटा समूह करेगा और शेष असम सरकार करेगी।

शर्मा ने यह भी कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत 3,14,773 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्रों के औपचारिक वितरण को मंजूरी दे दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘असम मंत्रिमंडल गुवाहाटी में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) की स्थापना की घोषणा के लिए केंद्र और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता है।’’

उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल क्षेत्र में उच्च शिक्षा और अनुसंधान को मजबूत करेगा बल्कि पूर्वोत्तर के युवाओं के लिए विकास, नवाचार और अवसरों के नए रास्ते भी खोलेगा।

शर्मा ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस असम में सत्ता में थी तो केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गंठबंधन (संप्रग) सरकार होने के बावजूद वह एम्स या आईआईएम की स्थापना में विफल रही।

भाषा शोभना वैभव

वैभव


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