UPTET certificate Validity 2021 : शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ी राहत, भर्ती के लिए नहीं देनी होगी बार-बार क्वालीफाई परीक्षा, आजीवन वैध होगा UPTET प्रमाण पत्र

UPTET certificate Validity 2021 : शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ी राहत, भर्ती के लिए नहीं देनी होगी बार-बार क्वालीफाई परीक्षा, आजीवन वैध होगा UPTET प्रमाण पत्र

UPTET certificate  Validity 2021  : शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ी राहत, भर्ती के लिए नहीं देनी होगी बार-बार क्वालीफाई परीक्षा, आजीवन वैध होगा UPTET प्रमाण पत्र
Modified Date: November 29, 2022 / 08:55 pm IST
Published Date: June 16, 2021 11:50 am IST

UPTET certificate Validity 2021  

उत्तर प्रदेश । यूपी में आदित्यनाथ योगी अपना सत्ता बचाए रखने और आगामी चुनाव के पहले लोक लुभावन फैसले ले रहे हैं। योगी सरकार ने शिक्षकों की बेहतरी के लिए बड़ा फैसला किया है। राज्य शासन के निर्णय के मुताबिक UP TET प्रमाण पत्र जो पहले केवल 5 वर्षों तक के लिए मान्य होता था, उस नियम में फेरबदल किया गया है। नए नियम के मुताबिक यदि उम्मीदवार को 5 वर्षों तक कहीं भर्ती नहीं मिलती है तो उसे दोबारा क्वालिफाई परीक्षा नहीं देना होगी। प्रदेश के शिक्षक अभ्य र्थियों के लिए बड़ा फैसला लेते हुए योगी सरकार ने UP TET प्रमाण पत्र की वैधता को आजीवन करने का निर्णय लिया है।

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सीएम योगी आदित्यिनाथ ने कहा कि इसका आदेश जारी कर दिया गया है और इस संबंध में जल्द ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। बता दें कि हाल ही में हुए पंचायत चुनावों के नतीजों के बाद कुछ राहत भरे फैसलों की उम्मीद की जा रही थी।इससे पहले तक UP TET प्रमाणपत्र केवल 5 वर्षों तक के लिए वैध होता था। यदि उम्मीदवार को 5 वर्षों तक कहीं भर्ती नहीं मिलती है तो उसे फिर से एग्जाम क्वालीफाई करना पड़ता था। इसी नए निर्णय से प्रदेश के लाखों शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत मिलेगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जानकारी दी कि DElEd कोर्से में एडमिशन के लिए पूर्व प्रचलित व्यवस्था ही लागू रखी जाएगी।

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प्राथमिक और मिडिल स्कूलों यानी कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाने के लिए TET अनिवार्य होता है। पात्रता आजीवन रहने पर अभ्यर्थियों को बार-बार परीक्षा में बैठने से मुक्ति मिलेगी और आवेदन शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा। बता दें कि इससे पहले केन्द्र सरकार ने CTET सर्टिफिकेट की वैधता भी आजीवन करने का फैसला किया था। प्रदेश में पहली बार 2011 में यूपी बोर्ड ने परीक्षा आयोजित की थी जिसके बाद 2013 से परीक्षा नियामक प्राधिकारी परीक्षाएं आयोजित करा रहे हैं।


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