संदेशखालि मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है भाजपा : अधीर रंजन चौधरी

संदेशखालि मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है भाजपा : अधीर रंजन चौधरी

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  • Publish Date - February 24, 2024 / 09:24 PM IST,
    Updated On - February 24, 2024 / 09:24 PM IST

कोलकाता, 24 फरवरी (भाषा) कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी लोकसभा चुनाव से पहले संदेशखालि मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने और विभाजनकारी राजनीति करने की कोशिश करेगी।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के एक के बाद लगातार तीन दौरों की योजना बनाई है क्योंकि भाजपा संदेशखालि मुद्दे को जीवित रखना चाहती है।

चौधरी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर संदेशखालि में हालात पर काबू पाने में असमर्थ होने का आरोप लगाया। संदेशखालि में स्थानीय लोगों ने तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा, ”भाजपा निश्चित रूप से (संदेशखालि) मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करेगी। मोदी (लोगों के बीच) विभाजन पैदा करने के इस सुनहरे अवसर को जाने नहीं देंगे। यही कारण है कि वह पश्चिम बंगाल के तीन दौरे कर रहे हैं और इसका श्रेय राज्य सरकार को दिया जाना चाहिए।”

मोदी अपने आधिकारिक कार्यक्रम के तहत एक व दो मार्च को पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे और छह मार्च को उत्तर 24 परगना जिले में एक महिला रैली को संबोधित कर सकते हैं। संदेशखालि, उत्तर 24 परगना जिले में आता है।

चौधरी ने दावा किया कि भाजपा और तृणमूल ही दो ऐसी पार्टियां हैं, जिन्हें राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू होने पर विभाजनकारी राजनीति से फायदा होगा।

उन्होंने कहा, ”चुनाव से पहले इन दोनों को मुद्दा बनाया जाएगा। बेरोजगारी, गरीबी और किसानों की मांगों पर बात नहीं होगी बल्कि सांप्रदायिक विभाजन पर भाषण होंगे। हम खतरनाक भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।”

कांग्रेस सांसद ने संदेशखालि और सुंदरबन के अन्य इलाकों में महिलाओं की तस्करी करने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के बाद क्षेत्र में गरीबी और बेरोजगारी की समस्या बढ़ने के बाद तस्करी कई गुना तक बढ़ गई है।

भाषा जितेंद्र माधव

माधव