चंडीगढ़, 29 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने कहा कि धर्म और जाति के आधार पर समाज को बांटने के प्रयास जारी हैं, लेकिन कांग्रेस संविधान और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए अपना संघर्ष जारी रखेगी।
सैलजा ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस की विचारधारा हमेशा गरीबों, किसानों, मजदूरों और समाज के वंचित वर्गों के उत्थान की रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संविधान को कमजोर करने के प्रयास किए जा रहे हैं और इसकी रक्षा के लिए पार्टी की लड़ाई सड़कों से लेकर संसद तक हर क्षेत्र में होगी।
उन्होंने कहा कि बी आर आंबेडकर द्वारा तैयार किया गया संविधान राष्ट्र की आत्मा है और इसे कमजोर करने के किसी भी प्रयास का कड़ा विरोध किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक मजबूत, समावेशी और न्यायपूर्ण भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
ग्रामीण गरीबों और श्रमिकों को लेकर चिंता जताते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) जैसी कल्याणकारी योजनाओं को कमजोर कर दिया गया।
सैलजा के अनुसार, इस योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार प्रदान करने और पलायन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन बजट में कटौती और कार्यदिवसों में कमी से गरीब परिवारों की आजीविका प्रभावित हो रही है।
अरावली की पुनर्परिभाषा के मुद्दे पर, सिरसा से कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह केवल पहाड़ियों की एक श्रृंखला नहीं है, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन, जल संरक्षण और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य से जुड़ी हुई है।
उन्होंने खनन गतिविधियों में वृद्धि और पर्यावरण मानदंडों की कथित उपेक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
भाषा आशीष नेत्रपाल
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