भारत-बांग्लादेश सीमा वार्ता में बाड़ निर्माण और बीएसएफ जवानों पर हमले को लेकर चर्चा हुई

भारत-बांग्लादेश सीमा वार्ता में बाड़ निर्माण और बीएसएफ जवानों पर हमले को लेकर चर्चा हुई

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  • Publish Date - August 28, 2025 / 07:42 PM IST,
    Updated On - August 28, 2025 / 07:42 PM IST

नयी दिल्ली, 28 अगस्त (भाषा) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने ढाका में दोनों देशों के बीच हुई द्विवार्षिक वार्ता में अपने कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर बांग्लादेशी अपराधियों के हमलों, ड्रोन घुसपैठ और अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सीमा पर एकल पंक्ति वाली बाड़ के शीघ्र निर्माण का मुद्दा उठाया।

पिछले वर्ष अगस्त में बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रतिनिधिमंडल इन वार्ताओं के लिए पड़ोसी देश की यात्रा पर गया।

बीएसएफ के बांग्लादेशी समकक्ष बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) का एक प्रतिनिधिमंडल 17 से 20 फरवरी के बीच वार्ता के लिए दिल्ली आया था।

पच्चीस से 28 अगस्त के बीच हुई वार्ता, पिलखाना स्थित बीजीबी मुख्यालय में 4,096 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के संयुक्त रिकॉर्ड पर हस्ताक्षर के साथ संपन्न हुई।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने किया और बांग्लादेशी पक्ष का नेतृत्व बीजीबी के महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद अशरफज्जमां सिद्दीकी ने किया।

बीएसएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘बीएसएफ के प्रमुख एजेंडा बिंदुओं में बांग्लादेश में मौजूद अपराधियों/बदमाशों द्वारा बीएसएफ कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर हमले, मारपीट, दुर्व्यवहार और पथराव की रोकथाम, सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए संयुक्त प्रयास, बांग्लादेश में भारतीय विद्रोही समूहों (आईआईजी) के खिलाफ कार्रवाई, पकड़े गए अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेने से बीजीबी का इनकार करना और उन्हें लेने में देरी करना शामिल है।’’

सीमा पर बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दे, एकल पंक्ति बाड़ (एसआरएफ) का निर्माण, हवाई क्षेत्र का उल्लंघन (ड्रोन घुसपैठ सहित), बांग्लादेशी मीडिया द्वारा सीमा मुद्दों की गलत रिपोर्टिंग/गलत व्याख्या और अन्य विविध गतिविधियां भी बीएसएफ एजेंडा बिंदुओं का हिस्सा थीं।

बयान के अनुसार, बीएसएफ ने एसआरएफ के शीघ्र निर्माण के एजेंडे पर जोर दिया, जो सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय होगा।

इसमें कहा गया कि दोनों पक्ष एसआरएफ के निर्माण के दौरान निर्धारित प्रक्रिया का पालन करने पर सहमत हुए।

घटनाक्रम से जुड़े अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि चर्चा के दौरान बीएसएफ ने बीजीबी को अपने जवानों को करीब 5,000 ‘बॉडी-वॉर्न कैमरे’ उपलब्ध कराने के अपने कदम के बारे में भी बताया, ताकि सीमा पार अपराध के मामले में ‘‘अकाट्य’’ साक्ष्य प्रस्तुत किए जा सकें। उन्होंने कहा कि इनमें ऐसे मामले भी शामिल हैं, जहां भारतीय जवानों पर अपराधियों द्वारा हमला किया जाता है और बल आत्मरक्षा में कार्रवाई करता है।

बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्षों ने सम्मेलन के परिणाम पर संतोष व्यक्त किया और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त रूप से काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’’

इस तरह की अगली बैठक भारत में संभवतः मार्च 2026 में आयोजित की जाएगी।

भाषा नेत्रपाल सुरेश

सुरेश