Contract Employees Latest News Today: एक झटके में छीन ली सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी, शिक्षा-कृषि सहित इन विभागों में पिछले 10 साल से दे रहे थे सेवा, जानिए वजह

Contract Employees Latest News Today: एक झटके में छीन ली सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी, शिक्षा-कृषि सहित इन विभागों में पिछले 10 साल से दे रहे थे सेवा, जानिए वजह

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  • Publish Date - June 14, 2025 / 01:08 PM IST,
    Updated On - June 14, 2025 / 01:18 PM IST

Contract Employees Latest News Today: एक झटके में छीन ली सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी / Image Source: File

HIGHLIGHTS
  • 167 कर्मचारियों की छंटनी
  • ट्रस्ट ने सफाई दी
  • विवाद गहराया

शिंगणापुर: Contract Employees Latest News Today दुनियाभर के लोग शनि के प्रकोप से मुक्ति पाने के लिए महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिंगणापुर में स्थित शनि देव की पूजा करने आते हैं। लेकिन शिंगणापुर में स्थित शनि मंदिर के कर्मचारियों पर साढ़े साती लगने की खबर सामने आ रही है। जी हां ‘श्री शनैश्चर देवस्थान’ ट्रस्ट ने ऐसा जो फैसला लिया वो कर्मचारियों के लिए साढ़े साती से कम नहीं है। दरअसल प्रबंधन ने ट्रस्ट के अलग—अलग विभागों में कार्यरत 167 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। बताया जा रहा है कि नौकरी से निकाले गए 114 यानि 68 प्रतिशत कर्मचारी मुस्लिम हैं।

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Contract Employees Latest News Today कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने को लेकर ‘श्री शनैश्चर देवस्थान’ ट्रस्ट के सीईओ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कर्मचारियों पर यह कार्रवाई किसी धर्म या भेदभाव के आधार पर नहीं की गई है। प्रबंधन की तरफ से यह कार्रवाई लापरवाही किए जाने के चलते की गई है। ट्रस्ट के सीईओ की मानें तो ये कर्मचारी पिछले करीब 6 महीने से काम पर नहीं आ रहे थे, जिसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रबंधन की ओर से पहले इनको नोटिस दिया गया था, जिसका जवाब नहीं​ मिलने पर इनका वेतन रोक दिया गया था। वहीं अब इनकी छटनी कर दी गई है। यह छटनी दो चरणों में की गई है।

वहीं, ट्रस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नौकरी से निकाने गए कर्मचारी शिक्षा, कृषि और कचरा प्रबंधन विभाग में कार्यरत थे। उन्होंने ये भी बताया कि ये कर्मचारी पिछले 8-10 साल से संस्थान में अपनी सेवाएं दे रहे थे। कर्मचारियों की छटनी दो चरणों में की गई है। पहले चरण में 8 जून को कुछ कर्मचारियों को निकाला गया था और फिर 13 जून को कुछ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

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बता दें कि इससे पहले ‘सकल हिंदू समाज’ नामक संगठन ने 14 जून को प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। संगठन ने मंदिर परिसर में गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटाने की मांग की थी। आपको बता दें कि मई महीने का एक वायरल वीडियो में एक व्यक्ति मंदिर में पेंटिंग का काम करता दिख रहा है। ऐसा कहा जाता है कि वह हिंदू नहीं है।

शनि शिंगणापुर मंदिर में कर्मचारियों की छंटनी क्यों की गई?

शनि शिंगणापुर मंदिर ट्रस्ट ने यह फैसला कर्मचारियों की लगातार गैरहाजिरी और काम में लापरवाही के चलते लिया है। ट्रस्ट के अनुसार, यह निर्णय किसी धार्मिक भेदभाव पर आधारित नहीं है।

क्या शनि शिंगणापुर मंदिर से निकाले गए कर्मचारी मुस्लिम थे?

जी हां, छंटनी किए गए 167 कर्मचारियों में से 114 (लगभग 68%) मुस्लिम बताए जा रहे हैं, जिससे यह मुद्दा संवेदनशील बन गया है।

शनि शिंगणापुर मंदिर में "धार्मिक भेदभाव" को लेकर कोई आंदोलन हुआ है क्या?

'सकल हिंदू समाज' नामक संगठन ने 14 जून को विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। उनकी मांग थी कि मंदिर परिसर में गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटाया जाए।

क्या ट्रस्ट ने इन कर्मचारियों को पहले से कोई नोटिस दिया था?

जी हां, ट्रस्ट ने पहले नोटिस जारी कर जवाब मांगा, लेकिन प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर वेतन रोका गया और फिर छंटनी कर दी गई।

क्या शनि शिंगणापुर मंदिर में सभी धार्मिक समुदायों को काम करने की अनुमति है?

मंदिर प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि काम पर रखना धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि कार्य प्रदर्शन और अनुशासन के आधार पर होता है।