सिविल सेवा में भ्रष्टाचार संघीय राजनीति के लिए खतरनाक : धनखड़ |

सिविल सेवा में भ्रष्टाचार संघीय राजनीति के लिए खतरनाक : धनखड़

सिविल सेवा में भ्रष्टाचार संघीय राजनीति के लिए खतरनाक : धनखड़

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Modified Date: April 21, 2025 / 10:35 PM IST
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Published Date: April 21, 2025 10:35 pm IST

जयपुर, 21 अप्रैल (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि निरंतर विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने में सिविल सेवा सर्वोपरि है, लेकिन इसमें भ्रष्टाचार संघीय राजनीति के लिए खतरनाक है।

जयपुर में ‘फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज’ (फोर्टी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र के शासन में, सिविल सेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सिविल सेवक विकास की दिशा तय करते हैं। सिविल सेवक नीतियों को जमीनी हकीकत में बदलने का माध्यम होते हैं।”

धनखड़ ने आज सिविल सेवा दिवस के अवसर पर देश के सभी सिविल सेवकों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने कहा, “अलग-अलग दल अलग-अलग प्रांतों में शासन करते हैं, जिससे सिविल सेवा की अहमियत और भी बढ़ जाती है।’’

उन्होंने सिविल सेवकों को ‘‘संघवाद के वास्तविक प्रहरी और रक्षक’’ बताते हुए कहा कि इस दिन पर सिविल सेवकों को व्यवस्थित और नियमानुसार कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यदि सिविल सेवक राजनीतिक व्यवस्था, नेताओं या उद्योग, व्यापार, व्यवसाय और वाणिज्य के चुनिंदा लोगों के साथ गठजोड़ करते हैं तो इससे सम्पूर्ण व्यवस्था कमजोर हो जाती है। सिविल सेवा का यह अनुचित मेल संघीय व्यवस्था के लिए भी अत्यंत खतरनाक है।’’

उपराष्ट्रपति ने अपेक्षा व्यक्त की कि देश के सिविल सेवक सर्वोच्च मानकों का उदाहरण प्रस्तुत करें और पारदर्शिता एवं जवाबदेही लाएं।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत के सिविल सेवकों ने यह साबित कर दिया है कि कोई भी काम उनकी योग्यता से परे नहीं है।’’

राज्य की प्रगति को नयी दिशा देने के लिए विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, कपड़ा, हस्तशिल्प, सेवा उद्योग, नवीकरणीय ऊर्जा और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अकल्पनीय संभावनाओं का उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान सेवा उद्योग, आईटी उद्योग और शिक्षा के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, फिर भी ग्रीनफील्ड परियोजनाएं नहीं आ रही हैं।’’

धनखड़ ने ‘फोर्टी’ जैसे संगठनों से कई थिंक टैंक स्थापित करने का आह्वान किया जो राजस्थान के उत्पादों में मूल्य संवर्धन पर केंद्रित हों।

उपराष्ट्रपति ने जयपुर को ‘‘विश्व स्तरीय शहर’’ बताते हुए कहा, “यह राज्य अधिक ध्यान दिए जाने, विकास और सेवा तथा आईटी उद्योगों के गढ़ के रूप में पहचान बनाने का हकदार है।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘हमारे पास गुणवत्तापूर्ण जीवन और व्यंजन प्रदान करने की क्षमता है।’’

भाषा कुंज खारी

खारी

 

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