सबरीमाला मंदिर में प्रसाद बनाने में अशुद्ध गुड़ का इस्तेमाल नहीं होने का अनुरोध, अदालत ने रिपोर्ट मांगी

सबरीमाला मंदिर में प्रसाद बनाने में अशुद्ध गुड़ का इस्तेमाल नहीं होने का अनुरोध, अदालत ने रिपोर्ट मांगी

  •  
  • Publish Date - November 17, 2021 / 08:13 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

कोच्चि, 17 नवंबर (भाषा) सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में वितरण के लिए ‘अरावणा’ और ‘अप्पम’ प्रसाद तैयार करने में ‘हलाल गुड़’ इस्तेमाल किये जाने की खबरों के बीच केरल उच्च न्यायालय में बुधवार को एक याचिका दाखिल कर इसे तत्काल रोकने का अनुरोध किया गया है।

उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार तक विशेष आयुक्त, सबरीमाला से इस मुद्दे पर रिपोर्ट मांगी है।

याचिकाकर्ता एस जे आर कुमार ने त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) और खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय , केरल को ये निर्देश देने का अनुरोध किया कि ‘‘सबरीमाला मंदिर में अशुद्ध हलाल गुड़ से बने ‘अरावणा’ और ‘अप्पम’ का वितरण तत्काल रोका जाए और नेवैद्यम या प्रसाद बनाने के लिए आगे इसका उपयोग नहीं किया जाए’’।

अयप्पा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को गुड़ और चावल से बना ‘अरावणा’ पायसम और ‘अप्पम’ प्रसाद दिया जाता है।

यह विषय महत्वपूर्ण है क्योंकि मंदिर की दो महीने चलने वाली वार्षिक मंडलम-मकराविलाक्कू यात्रा शुरू हो गयी है और इस अवधि में हजारों श्रद्धालु यहां आएंगे।

याचिका पर सुनवाई के दौरान टीडीबी और केरल के खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय ने न्यायमूर्ति अनिल के नरेंद्रन तथा न्यायमूर्ति पी जी अजीत कुमार की पीठ को बताया कि ‘उन्नियप्पम’ और ‘अरावणा’ बनाने में इस्तेमाल होने वाले गुड़ की गुणवत्ता पम्पा की प्रयोगशाला में परखी जा रही है।

उन्होंने अदालत में यह भी कहा कि दोनों मीठी वस्तुओं को श्रद्धालुओं को बांटने से पहले उनकी गुणवत्ता सन्निधानम की प्रयोगशाला में जांची जा रही है।

उन्होंने कहा कि टीडीबी के सचिव की ओर से बयान और खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय, केरल के निर्देश बृहस्पतिवार को अदालत में रखे जाएंगे। अदालत ने इन दलीलों के मद्देनजर सुनवाई 18 नवंबर को करना सूचीबद्ध किया।

भाषा

वैभव उमा

उमा