नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष चिकित्सा एवं दवा नियामक ने देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीके को शुक्रवार को मंजूरी दे दी। इस कदम से उन हजारों भारतीय छात्रों को राहत मिलेगी जिन्होंने कोविशील्ड टीका लगवाया है और अब पढ़ाई पूरी करने के लिए ऑस्ट्रेलिया वापस जाना चाहते हैं। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के कार्यालय ने कहा कि चिकित्सीय सामान प्रशासन (टीजीए) ने सलाह दी है कि देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड रोधी टीके कोरोनावैक (सिनोवैक) और कोविशील्ड को मान्यता प्राप्त टीके के रूप में मान्य किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दुनिया भर में आवाजाही को दोबारा शुरू करने की दिशा में अगले कदम उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘हमारी सरकार आने वाले महीनों में अंतरराष्ट्रीय यात्रा को लेकर रूपरेखा तैयार कर रही है।’ हालांकि अभी तत्काल यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि कोविशील्ड को टीजीए की मंजूरी मिलने से ऑस्ट्रेलिया वापस लौटने की प्रतीक्षा कर रहे भारतीय छात्रों को तुरंत यात्रा की सुविधा मिलेगी या नहीं। क्या विदेशी नागरिकों के मौजूदा प्रवेश के दिशा-निर्देशों में बदलाव होंगे।
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ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक वक्तव्य में कहा, ‘आज, टीजीए ने कोरोनावैक (सिनोवैक) और कोविशील्ड (एस्ट्राजेनेका/सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) टीकों द्वारा कोविड-19 से प्रदान की जाने वाली सुरक्षा से जुड़े आंकड़ों के अपने प्रारंभिक मूल्यांकन को प्रकाशित किया है और सलाह दी है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के मद्देनजर इन टीकों को ‘मान्यता प्राप्त टीके’ के रूप में मान्य किया जाना चाहिए।’ इसने कहा कि टीजीए द्वारा कोविड रोधी कुछ टीकों को ‘मान्यता प्राप्त टीके’ घोषित करना और इन टीकों को आस्ट्रेलिया में भी टीकाकरण के लिए अनुमोदित किया जाना अलग नियामकीय प्रक्रिया है।
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