जयपुर, 31 अक्टूबर (भाषा) एंटी नारकोटिक्स टॉस्कफोर्स (एएनटीएफ) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के साथ मिलकर उदयपुर जिले में 50 से ज्यादा बीघा में गांजे की फसल नष्ट कर दी है और गांजे के 8,000 से ज्यादा पौधे जब्त कर लिए। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
महानिरीक्षक (एटीएस) विकास कुमार ने बताया कि उदयपुर के आदिवासी इलाकों में कई टीम ने एक साथ छापेमारी की जहां बड़े पैमाने पर अवैध गांजे की खेती की जा रही थी।
कुमार ने बताया कि यह नेटवर्क कई सालों से सक्रिय था। कुमार ने बताया कि मादक पदार्थ तस्कर आदिवासी इलाकों को गांजा उगाने और पश्चिमी व दक्षिणी राजस्थान, उत्तरी गुजरात और पंजाब में इसकी आपूर्ति के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। कुमार ने बताया कि गांजे को कथित तौर पर नए साल के जश्न से पहले वितरण के लिए तैयार किया जा रहा था लेकिन समन्वित कार्रवाई ने तस्करों की योजना को विफल कर दिया।
उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी जुटाने करने के लिए एएनटीएफ की टीम ने खुद को कृषि, बिजली और सिंचाई सहित विभिन्न विभागों के सरकारी अधिकारी बताते हुए मृदा जांच, पानी की पाइपलाइन के काम और फसल आकलन जैसे विभिन्न बहानों से क्षेत्र का सर्वेक्षण किया। उन्होंने बताया कि टीम ने बाद में कथित तौर पर खुफिया जानकारी एकत्रित की और कुमार के निर्देशन में विस्तृत रणनीति तैयार की।
उन्होंने बताया कि अभियान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए पुलिस टीम ‘अंबे माता शोभा यात्रा’ में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के वेश में जयपुर से रवाना हुईं। उन्होंने बताया कि वे पिंडवाड़ा में रात भर रुके जहां स्थानीय लोगों ने उन्हें श्रद्धालु समझा। उन्होंने बताया कि अगली सुबह टीम ने चिन्हित खेतों पर छापे मारे।
एएनटीएफ की चार इकाइयों में 100 से अधिक पुलिसकर्मी, छह अतिरिक्त दस्तों और एनसीबी की तीन टीम ने इस अभियान में भाग लिया। उन्होंने बताया कि कार्यबल ने लगभग 50 बीघा जमीन में गांजे की फसल को तबाह कर दिया। उन्होंने बताया कि मामले में आगे जांच की जा रही है।
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