दिल्ली : पहली तिमाही में अपराध दर घटी, पुलिस ने गश्त को बड़ी वजह बताया

दिल्ली : पहली तिमाही में अपराध दर घटी, पुलिस ने गश्त को बड़ी वजह बताया

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  • Publish Date - April 13, 2025 / 08:23 PM IST,
    Updated On - April 13, 2025 / 08:23 PM IST

नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में 2025 की पहली तिमाही में बड़े अपराधों में गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली पुलिस की ओर से साझा किए गए आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले तीन वर्षों में एक जनवरी से 31 मार्च के बीच की अवधि में अपराध के आंकड़ों के तुलनात्मक विश्लेषण से उत्साहजनक रुझान और निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता वाले क्षेत्र सामने आते हैं। ’’

वर्ष 2025 में हत्या के मामले 107 रहे, जो पिछले वर्ष के 105 से थोड़ा अधिक थे, लेकिन 2023 में दर्ज 115 मामलों से कम हैं। यानी तीन वर्ष की अवधि में 6.95 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

वहीं, हत्या के प्रयास के मामले 2023 में 158 से बढ़कर 2024 में 203 हो गए, लेकिन 2025 में घटकर 168 हो गए, जो 2023 की तुलना में 6.32 प्रतिशत की समग्र वृद्धि को दर्शाता है।

हालांकि, 2024 से 2025 तक वर्ष-दर-वर्ष कमी 17.24 प्रतिशत है, जो दिल्ली में हिंसक टकरावों पर बेहतर नियंत्रण का संकेत है।

राष्ट्रीय राजधानी में लूट के मामले चिंता का बड़ा विषय हैं, जिसमें 2023 में 375 की तुलना में 2024 में वृद्धि हुई और 424 मामले दर्ज किए गए। वहीं, 2025 में लूट के मामलों में गिरावट दर्ज की गई और यह 315 हो गए। लूट के मामलों में 2023 से 16 प्रतिशत की गिरावट और 2024 से 25.7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, झपटमारी की घटनाओं में 2025 में भारी गिरावट देखी गई।

दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भी कमी आई है। दुष्कर्म के मामले 2023 में 422 से घटकर 2025 में 370 हो गए, यानी 12.3 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

इसी तरह, छेड़छाड़ के मामले 2023 में 547 से घटकर 2025 में 370 हो गए, यानी इनमें 32.36 प्रतिशत की गिरावट आई।

दिल्ली में अपहरण के मामले अपेक्षाकृत स्थिर रहे, 2023 में 1,385 मामले, 2024 में 1,393 और 2025 में मामूली कमी के साथ 1,360 मामले दर्ज किए गए।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘लूट, झपटमारी और महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी हमारी सघन गश्त, रात्रि निगरानी में वृद्धि और शहर भर में सख्त कानून व्यवस्था का परिणाम है। ’’

भाषा रवि कांत रवि कांत पारुल

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