दिल्ली। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस वाल्मीकि मेहता कार्डियक अरेस्ट आने के कारण आज सुबह निधन हो गया है। बता दें कि अप्रैल 2009 में वाल्मीकि मेहता को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के पद पर नियुक्त किया गया था।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Sitting judge of Delhi High Court Justice Valmiki Mehta passes away due to cardiac arrest. <a href=”https://t.co/L17E12gvrJ”>pic.twitter.com/L17E12gvrJ</a></p>— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1101368005433479168?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 1, 2019</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
मूलतः मुंबई निवासी जस्टिस वाल्मीकि का जन्म 6 जून 1959 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने ग्रैजुएशन बीकॉम में दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री वेंकटेश्वरा कॉलेज से किया उसके बाद उन्होंने डीयू से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। ज्ञात हो कि वाल्मीकि मेहता ने 1982 से अपने वकालत की शुरुआत की थी। 42 साल की उम्र में उन्हें वरिष्ठ वकील की उपाधि मिल गई थी। कहा जाता है कि जस्टिस मेहता का चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से पारिवारिक संबंध था। इसलिए दोनों की घनिष्ठता को लेकर कई बार सवाल भी खड़े होते थे।