दिल्ली पुलिस ने फर्जी एयरलाइन नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ किया, गाजियाबाद से पकड़ा गया सरगना

दिल्ली पुलिस ने फर्जी एयरलाइन नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ किया, गाजियाबाद से पकड़ा गया सरगना

दिल्ली पुलिस ने फर्जी एयरलाइन नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ किया, गाजियाबाद से पकड़ा गया सरगना
Modified Date: December 18, 2025 / 03:38 pm IST
Published Date: December 18, 2025 3:38 pm IST

नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने एयरवेज कंपनियों के नाम पर चलाए जा रहे एक फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ किया है और इसके कथित सरगना को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आरोपी की पहचान रोहित मिश्रा (35) के रूप में हुई है।

पुलिस ने एक बयान में कहा कि यह मामला रितु सिंह की शिकायत के बाद सामने आया, जिसने आरोप लगाया कि एक एयरलाइन कंपनी में नौकरी दिलाने के बहाने उसके साथ धोखाधड़ी की गई।

 ⁠

बयान में कहा गया कि शिकायतकर्ता को कथित तौर पर एयरलाइन कंपनी से ईमेल भेजा गया और उसके बाद एक मोबाइल नंबर से संदेश मिले, जिसके बाद जालसाजों ने उसका विश्वास हासिल कर लिया और उससे नौकरी संबंधी शुल्क, वर्दी शुल्क और अन्य औपचारिकताओं के लिए पैसे जमा करने को कहा।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच की गई।

अधिकारी ने कहा, ‘‘टीम ने विस्तृत विश्लेषण किया, जिसमें ‘कॉल डिटेल रिकॉर्ड’ और ‘डिजिटल फुटप्रिंट’ की जांच भी शामिल थी। टीम ने गाजियाबाद में आरोपी का पता लगाया और बुधवार रात उसे गिरफ्तार कर लिया।’’

तलाशी के दौरान, पुलिस ने कथित तौर पर अपराध में इस्तेमाल किया गया एक मोबाइल फोन, कई क्यूआर कोड, फर्जी आशय पत्र और अन्य जाली दस्तावेज बरामद किए। उसकी चैट में एयरलाइन के प्रतीक चिह्न के साथ एक एयरलाइन कंपनी की प्रोफ़ाइल तस्वीर थी, जिसका इस्तेमाल कथित तौर पर पीड़ितों को धोखा देने के लिए किया जाता था। यह भी पाया गया कि आरोपी से जुड़ा एक बैंक खाता चोरी के पैसे को ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

पुलिस ने कहा कि मिश्रा का आपराधिक इतिहास रहा है और दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा द्वारा पूर्व में दर्ज किए गए धोखाधड़ी तथा जालसाजी के कई मामलों में उसका नाम है, जो संगठित साइबर धोखाधड़ी में उसकी बार-बार संलिप्तता का संकेत देता है।

अधिकारियों ने कहा कि रैकेट में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने, पैसे के लेन-देन का पता लगाने और ठगी गई रकम बरामद करने के लिए विस्तृत जांच जारी है।

भाषा नेत्रपाल नरेश

नरेश


लेखक के बारे में