दिल्ली के बुध विहार में मकान मालकिन की हत्या करने और गहने लूटने के आरोप में किराएदार गिरफ्तार

दिल्ली के बुध विहार में मकान मालकिन की हत्या करने और गहने लूटने के आरोप में किराएदार गिरफ्तार

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  • Publish Date - December 18, 2025 / 03:35 PM IST,
    Updated On - December 18, 2025 / 03:35 PM IST

नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (भाषा) दिल्ली के बुध विहार में अपनी 65 वर्षीय मकान मालकिन की गला घोंटकर हत्या करने और उसके गहने लेकर फरार होने के आरोप में 25 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों के अनुसार, हिमांशु यादव (25), जो कथित तौर पर आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, को दो महीने से अधिक समय तक चले अंतरराज्यीय तलाश अभियान के बाद रोहिणी के जापानी पार्क से गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने बताया कि यादव एक निजी कपड़ा कंपनी में सेल्समैन के रूप में काम कर रहा था और उसे पहले भी व्यापार, शेयर बाजार और ऑनलाइन गेमिंग में नुकसान उठाना पड़ा था।

पूछताछ के दौरान, आरोपी ने स्वीकार किया कि वह गंभीर आर्थिक संकट में था और कई महीनों से किराया देने में असमर्थ था।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमले के दौरान जागने पर जब मकान मालकिन ने उसे पहचान लिया तो उसने उसका गला घोंट दिया और फिर उसके गहने लेकर फरार हो गया।

यह घटना सात अक्टूबर को तब सामने आई जब पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि बुध विहार स्थित एक घर का मुख्य दरवाजा बंद पाया गया और दरवाजा खोलने पर अंदर एक बुजुर्ग महिला का शव मिला।

अधिकारी ने बताया कि महिला अपने बिस्तर पर लेटी हुई मिली, उसकी गर्दन के आसपास खरोंच के निशान थे।

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि महिला का मोबाइल फोन और जो गहने उसने पहने हुए थे, वह सब गायब थे।

वह घर में अकेली रहती थी, जबकि उसके बच्चे अलग रहते थे। जांचकर्ताओं ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और अपराध के बाद तड़के एक किरायेदार की संदिग्ध गतिविधि देखी।

पुलिस ने बताया कि संदिग्ध यादव लापता हो गया था और उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था।

अधिकारी ने कहा, ‘टीमों ने राज्यों का दौरा किया, 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की और आरोपी के ठिकाने का पता लगाने के लिए उससे जुड़े कई लोगों से पूछताछ की।’

यादव ने खुलासा किया कि उसने चोरी के गहने हरियाणा के भिवानी में 70,000 रुपये में गिरवी रख दिए थे और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार जगह बदलता रहा। वह कभी भी एक जगह पर पांच दिनों से अधिक नहीं रुका।

भाषा राखी नरेश

नरेश