गिलानी के परिवार को अंतिम संस्कार से वंचित करना मानवता के खिलाफ : महबूबा

गिलानी के परिवार को अंतिम संस्कार से वंचित करना मानवता के खिलाफ : महबूबा

गिलानी के परिवार को अंतिम संस्कार से वंचित करना मानवता के खिलाफ : महबूबा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:33 pm IST
Published Date: September 6, 2021 8:30 pm IST

श्रीनगर, छह सितंबर (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के परिवार को अंतिम संस्कार से वंचित करना मानवता के खिलाफ है और इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों को दुख हुआ है।

गिलानी के शव को उनके आवास के पास एक मस्जिद परिसर में स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया था। महबूबा ने पार्टी की बैठक के बाद कहा, ‘‘गिलानी से हमारे मतभेद थे…लड़ाई तो जिंदा इंसान से होती है लेकिन इंसान मर जाता है तो मतभेद खत्म हो जाने चाहिए। मृतक सम्मानजनक अंतिम संस्कार का हकदार होता है।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गिलानी के परिवार को उनका अंतिम संस्कार करने देने से मना करने की खबरों ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को दुखी किया है। महबूबा ने कहा, ‘‘परिवार को मृतक का अंतिम संस्कार करने का अधिकार है। मीडिया की खबरों के माध्यम से हमने मृतक के प्रति अनादर के बारे में जो सुना और जाना, वह मानवता के खिलाफ है। मृत्यु के बाद आपको अपने प्रतिद्वंद्वी का भी सम्मान करना होता है जैसे आप किसी दूसरे का सम्मान करते हैं।’’

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उन्होंने कहा कि ईदगाह कब्रिस्तान में दफनाने की गिलानी की इच्छा को मान लेना चाहिए था। महबूबा ने कहा, ‘‘मौत की सजा पाए अभियुक्त की भी फांसी से पहले एक आखिरी इच्छा पूरी की जाती है।’’

पीडीपी अध्यक्ष ने गिलानी की मृत्यु के समय उनके परिवार की महिलाओं के साथ कथित दुर्व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘भारत को उसकी सभ्यता और संस्कृति के लिए विश्व स्तर पर सम्मानित नजरों से देखा जाता है…लेकिन जो हुआ वह देश की छवि के अनुकूल नहीं है।’’

भाषा आशीष नरेश

नरेश


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