नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने उद्योग भागीदारों को तीन उन्नत पदार्थ प्रौद्योगिकियां हस्तांतरित की हैं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी. कामत ने हाल में एक कार्यक्रम में उद्योग भागीदारों को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण हेतु लाइसेंसिंग समझौते (एलएटीओटी) के दस्तावेज सौंपे।
मंत्रालय ने बताया कि हैदराबाद स्थित डीआरडीओ की रक्षा धातुकर्म अनुसंधान प्रयोगशाला (डीएमआरएल) ने उद्योग भागीदारों को तीन उन्नत सामग्री प्रौद्योगिकियां हस्तांतरित की हैं।
डीआरडीओ के सहयोगात्मक पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करते हुए, ब्यूरो की गतिविधियों में सहयोग के लिए प्रयोगशाला के अनुभव, सुविधाओं और क्षमताओं का उपयोग करने हेतु डीएमआरएल और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एलएटीओटी सौंपने का कार्यक्रम 30 अगस्त को हैदराबाद स्थित डीएमआरएल में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में, डीआरडीओ अध्यक्ष ने अनुसंधान और विकास प्रक्रियाओं और सफल प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा देने वाले प्रयासों की सराहना की।
भाषा वैभव पवनेश
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