Publish Date - April 15, 2025 / 10:42 AM IST,
Updated On - April 15, 2025 / 10:44 AM IST
Shikohpur Land Scam Case/Image Credit: Robert Vadra X Handle
HIGHLIGHTS
शिकोहपुर जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रॉबर्ट वाड्रा को तलब किया है।
ED ने दूसरी बार रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा है।
इससे पहले उन्हें आठ अप्रैल को तलब किया गया था लेकिन वह ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे।
नई दिल्ली: Shikohpur Land Scam Case: गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि, शिकोहपुर जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रॉबर्ट वाड्रा को तलब किया है। ED ने दूसरी बार रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा है। इससे पहले उन्हें आठ अप्रैल को तलब किया गया था लेकिन वह ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे।
Shikohpur Land Scam Case: इसके बाद ED ने आज दूसरा समन जारी किया है और उन्हें आज ही ED के सामने पेश होने के लिए कहा है। ED को शक है कि, रॉबर्ट वाड्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग भी की है। रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड को गुरुग्राम में 3.53 एकड़ जमीन 7.50 करोड़ की कीमत पर कॉलोनी डेवलप करने के नाम पर दी गई थी।
Shikohpur Land Scam Case: बता दें कि, हरियाणा सरकार ने रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी को इस जमीन में से 2.70 एकड़ जमीन को कमर्शियल कॉलोनी के तौर पर डेवलप करने की इजाजत देते हुए लाइसेंस दिया था, लेकिन रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने कॉलोनी विकसित करने की बजाय इस जमीन को 2012 में 58 करोड़ रुपए में डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को बेच दिया था।
Shikohpur Land Scam Case: आरोप है कि, हरियाणा सरकार से कम दाम पर मिली इस जमीन को डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को बेचकर रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने करोड़ों का मुनाफा कमाया था। रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने 18 सितंबर 2012 को सेल डील के जरिए इस जमीन को तो डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को बेच दिया था, लेकिन हरियाणा सरकार के टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने लाइसेंस को ट्रांसफर करने की फाइनल परमिशन नहीं दी थी।
रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी पर आरोप है कि उसने कम कीमत पर खरीदी गई सरकारी ज़मीन को ऊंचे दामों में प्राइवेट कंपनी (DLF) को बेचकर करोड़ों का मुनाफा कमाया और कॉलोनी डेवेलप नहीं की।
रॉबर्ट वाड्रा को ED ने समन क्यों भेजा है?
ED ने वाड्रा को मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के शक में समन भेजा है ताकि पूछताछ की जा सके कि जमीन की खरीद-फरोख्त में कोई अवैध लेन-देन तो नहीं हुआ।
रॉबर्ट वाड्रा ने समन पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
पहले समन पर वाड्रा पेश नहीं हुए थे, अब दूसरा समन भेजा गया है और आज ही ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
क्या रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी को जमीन बेचने की अनुमति थी?
कंपनी ने जमीन बेचने का सौदा तो कर लिया था, लेकिन हरियाणा सरकार के टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट से लाइसेंस ट्रांसफर की अंतिम अनुमति नहीं मिली थी।
क्या रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है?
अगर ईडी की जांच में मनी लॉन्ड्रिंग या भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत मिलते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई संभव है।