Dharmendra Pradhan in Parliament: सदन में गरजे शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, DMK पर छात्रों का भविष्य बर्बाद करने का लगाया आरोप, जानें किस मुद्दे पर हुई बहस

Dharmendra Pradhan in Parliament: सदन में गरजे शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, DMK पर छात्रों का भविष्य बर्बाद करने का लगाया आरोप, जानें किस मुद्दे पर हुई बहस |

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  • Publish Date - March 10, 2025 / 02:49 PM IST,
    Updated On - March 10, 2025 / 02:49 PM IST

Dharmendra Pradhan in Parliament | Source : ANI

HIGHLIGHTS
  • लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर द्रमुक सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी।
  • धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्षी दल पर तमिलनाडु के छात्रों के भविष्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया।
  • DMK तमिलनाडु के छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं-धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली। Dharmendra Pradhan in Parliament: लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर द्रमुक सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्षी दल पर तमिलनाडु के छात्रों के भविष्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही सोमवार को शुरू हुई और लोकसभा में प्रश्नकाल का सामान्य तरीके से आरंभ हुआ, लेकिन पीएमश्री योजना को लेकर द्रमुक सांसद टी सुमति के पूरक प्रश्न पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के जवाब के बाद द्रमुक सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।

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सुमति ने पीएमश्री योजना के तहत आरोप लगाया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को स्वीकार नहीं करने के कारण तमिलनाडु को पीएमश्री योजना के तहत आवंटित किए जाने वाले 2,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय राशि अन्य राज्यों को हस्तांतरित कर दी गई है। उन्होंने कहा, मैं (शिक्षा) मंत्री से पूछना चाहती हूं कि क्या स्कूली छात्रों की शिक्षा के लिए चिह्नित धन को राज्य के खिलाफ बदला लेने के औजार के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए? सुमति ने कहा, मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहती हूं कि क्या वह संसद को आश्वासन देगी कि कानून के तहत जिस नीति को लागू नहीं किया जा सकता, उसे स्वीकार नहीं करने के लिए किसी भी राज्य को धन की कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा?

धर्मेंद्र प्रधान ने तमिलनाडु सरकार पर साधा निशाना

पूरक प्रश्न के उत्तर में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, एक समय था जब तमिलनाडु सरकार केंद्र सरकार के साथ (एनईपी पर) एमओयू पर हस्ताक्षर करने को तैयार थी। तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री के साथ कुछ सदस्य हमारे पास आए थे और उन्होंने सहमति व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और पंजाब जैसे गैर-भाजपा शासित राज्य भी पीएमश्री योजना को स्वीकार कर रहे हैं। हम तमिलनाडु को वित्तीय आवंटन कर रहे हैं, लेकिन वे प्रतिबद्ध नहीं हैं। वे (द्रमुक) तमिलनाडु के छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। वे जानबूझकर राजनीति कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। वे छात्रों के साथ अन्याय कर रहे हैं और अलोकतांत्रिक तथा असभ्य तरीके से व्यवहार कर रहे हैं।

उन्होंने द्रमुक पर तमिलनाडु के छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों को रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार सबके लिए काम कर रही है। प्रधान ने कहा, मेरी जानकारी है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एनईपी को स्वीकार करना चाहते हैं, लेकिन कुछ लोग उन्हें रोक रहे हैं जो भविष्य में मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। मुख्यमंत्री (स्टालिन) छात्रों के प्रति ईमानदार नहीं हैं। पीएमश्री योजना के तहत एनईपी 2020 के सिद्धांतों के अनुरूप देश में आदर्श विद्यालय स्थापित किए जाने हैं।

मंत्री के जवाब के बीच ही द्रमुक के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सदस्यों के हंगामे के बीच कुछ मिनट तक प्रश्नकाल संचालित किया। उन्होंने द्रमुक के सदस्यों से कहा, आपके सदस्य को प्रश्न पूछने का मौका दिया गया। आप मंत्री का जवाब सुनें। लेकिन यह तरीका ठीक नहीं है। यह गलत परंपरा है। संसद की मर्यादा का उल्लंघन नहीं करें और कृपया अपनी सीटों पर बैठ जाएं। अध्यक्ष ने कहा, ‘‘प्रश्नकाल सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। आप लोग अपनी सीटों पर जाएं और सदन को चलने दें। सदन आपका है और अच्छे उत्साह एवं उमंग के साथ आज की कार्यवाही शुरू हुई है।

लोकसभा में द्रमुक सदस्यों ने किस मुद्दे पर हंगामा किया?

द्रमुक सदस्यों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और पीएमश्री योजना को लेकर हंगामा किया। उनका आरोप था कि एनईपी को स्वीकार न करने के कारण तमिलनाडु को आवंटित 2,000 करोड़ रुपये अन्य राज्यों को हस्तांतरित कर दिए गए हैं।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने द्रमुक पर क्या आरोप लगाया?

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तमिलनाडु सरकार एनईपी को स्वीकार करने के लिए पहले सहमत थी, लेकिन अब राज्य सरकार इसे लागू नहीं कर रही है। उन्होंने द्रमुक पर आरोप लगाया कि वे जानबूझकर छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं और राजनीति कर रहे हैं।

लोकसभा अध्यक्ष ने द्रमुक के हंगामे पर क्या टिप्पणी की?

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि द्रमुक के सदस्यों ने संसद की मर्यादा का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल सबसे महत्वपूर्ण समय है और सदस्यों को अपनी सीटों पर बैठकर कार्यवाही को चलने देना चाहिए।

क्या पीएमश्री योजना के तहत कोई धनराशि तमिलनाडु को आवंटित की गई थी?

हां, पीएमश्री योजना के तहत तमिलनाडु को आवंटित 2,000 करोड़ रुपये को द्रमुक के आरोपों के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा एनईपी को स्वीकार न करने की वजह से अन्य राज्यों को हस्तांतरित किया गया।

राहुल गांधी ने संसद में क्या मुद्दा उठाया था?

राहुल गांधी ने संसद में वोटर लिस्ट पर चर्चा करने की मांग की थी, विशेष रूप से महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में मतदाता सूची में गड़बड़ी के संबंध में।