रेप केस दबाने के लिए महिला सब-इंस्पेक्टर ने मांगे 35 लाख, पहुंच गई सलाखों के पीछे

रेप केस दबाने के लिए महिला सब-इंस्पेक्टर ने मांगे 35 लाख, पहुंच गई सलाखों के पीछे

  •  
  • Publish Date - July 5, 2020 / 02:32 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

अहमदाबाद। गुजरात में बलात्कार के एक आरोपी से कथित तौर पर 35 लाख रुपये रिश्वत मांगना एक महिला सब-इंस्पेक्टर को भारी पड़ गया। इसी आरोप पर उसे ​पुलिस ने अरेस्ट किया है, पुलिस सब इंस्पेक्टर श्वेता जडेजा को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी सब इंस्पेक्टर को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। आरोपी महिला सब-इंस्पेक्टर श्वेता जड़ेजा अहमदाबाद की महिला पुलिस स्टेशन की इंचार्ज थी।

ये भी पढ़ें: एक साल तक लागू रहेगी कोरोना गाइडलाइन, केरल सरकार ने जारी की अधिसूचन…

श्वेता जडेजा पर आरोप है कि उन्होंने बलात्कार के एक मामले को दबाने व आरोपी को अरेस्ट करने की धमकी देकर रेप के आरोपी से 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। दरअसल केनाल शाह के खिलाफ 2017 में उनकी पीए ने दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करवाई थी। इस केस की जांच अहमदाबाद-पश्चिम महिला पुलिस थाने की पुलिस सब इंस्पेक्टर श्वेता जाडेजा को दी गई थी। इस दौरान इसी केस के गवाह सुरक्षा गार्ड को धमकी दिए जाने का मामला भी केनाल शाह के खिलाफ पुलिस थाने में दर्ज हुआ था।

ये भी पढ़ें: हिज्बुल के दो आतंकवादी पाए गए कोरोना पॉजिटिव, एक विदेशी आतंकवादी भी…

इसी के चलते श्वेता जडेजा ने आरोपी को दो केसों में बंद कर देने की धमकी देकर और 35 लाख रुपए की मांग की थी। 20 लाख रुपये में दोनों पक्ष राजी हुए। जडेजा ने बलात्कार के आरोपी से एक बिचौलिए के माध्यम से 20 लाख रुपये रिश्वत ली। बाकी बचे 15 लाख के लिए दबाव बनाने पर आरोपी केनाल ने क्राइम ब्रांच में श्वेता के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी।

ये भी पढ़ें: अवैध फैक्ट्री में एक के बाद एक कई धमाके, 7 लोगों की मौत 4 घायल, मौक…

शिकायतकर्ता ने जांच अधिकारियों को व्हाट्सऐप मैसेज और बातचीत की रिकॉर्डिंग भी मुहैया करवाई थी। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद श्वेता के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर उन्हें शुक्रवार की शाम गिरफ्तार किया गया था। जडेजा को शनिवार को एक सत्र अदालत में पेश किया गया जहां पुलिस ने उनकी सात दिन की हिरासत मांगी। हालांकि अदालत ने उन्हें आगे की जांच के लिये तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।