पंजाब और हरियाणा में बाढ़ का पानी कम होना शुरू हुआ, राहत कार्य जारी |

पंजाब और हरियाणा में बाढ़ का पानी कम होना शुरू हुआ, राहत कार्य जारी

पंजाब और हरियाणा में बाढ़ का पानी कम होना शुरू हुआ, राहत कार्य जारी

:   Modified Date:  July 15, 2023 / 03:38 PM IST, Published Date : July 15, 2023/3:38 pm IST

चंडीगढ़, 15 जुलाई (भाषा) पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में अब बाढ़ का पानी कम होना शुरू हो गया है तथा दोनों राज्यों के प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

सप्ताह की शुरुआत में हुई मूसलाधार बारिश के कारण हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ का पानी आ गया था।

अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल-जनित बीमारियों का खतरा है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ऐसे किसी भी प्रकोप को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं और लोगों को दवाएं वितरित की जा रही हैं।

पंजाब और हरियाणा में बारिश तथा बाढ़ जनित घटनाओं में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में बारिश जनित घटनाओं में अब तक 19 लोगों की जान गई है जबकि हरियाणा में यह संख्या 20 है।

पंजाब के बाढ़ प्रभावित विभिन्न जिलों में 22,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जबकि हरियाणा से 4,495 लोगों को निकाला गया।

बारिश और बाढ़ से पटियाला, मोगा, लुधियाना, मोहाली, जालंधर, संगरूर, पठानकोट, तरनतारन, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर और एसबीएस नगर सहित पंजाब के 14 जिले प्रभावित हुए हैं।

वहीं, भारी बारिश के कारण अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पंचकूला, झज्जर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत, पलवल, सिरसा और यमुनानगर सहित हरियाणा के 13 जिले प्रभावित हुए हैं।

जिले के अधिकारी, सेना, सीमा सुरक्षा बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों के साथ, राहत और बचाव कार्यों में शामिल रहे। इस दौरान उन्होंने, सूखा राशन, दवाएं, पीने का पानी और पशुओं का चारा भी वितरित किया।

अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में पूर्वाह्न 11 बजे जलस्तर 54,012 क्यूसेक था। उन्होंने कहा कि वहां पानी के प्रवाह की दर मंगलवार सुबह 3.21 लाख क्यूसेक से काफी कम थी।

अधिकारियों के मुताबिक, घग्गर नदी उफान पर है, जिससे संगरूर जिले के खनौरी और मूनक ब्लॉक जलमग्न हो गए। वहीं, पटियाला जिले में सुतराना, समाना और सनौर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।

उपमंडल मजिस्ट्रेट, पाट्रान (पटियाला) मंदीप कुमार ने शनिवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित कुछ इलाकों से बाढ़ का पानी कम होना शुरू हो गया है।

मंडला छन्ना में दरार को भरने के काम का निरीक्षण करने के लिए शुक्रवार को अपने जालंधर दौरे के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उपायुक्त को गिद्दड़पिंडी रेलवे पुल के नीचे नदी के तल से गाद और रेत को साफ करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों, घरों और अन्य को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक विशेष गिरदावरी (नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण) आयोजित की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार अधिक उपज देने वाली धान की किस्मों के मुफ्त पौधे उपलब्ध कराएगी।

कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को क्रमश: यमुनानगर और कुरुक्षेत्र जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।

भाषा साजन नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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