Rakshabandhan 2025: रक्षाबंधन पर मुफ्त यात्रा.. भाजपा सरकार ने दी राज्य की बहनों और महिलाओं को सौगात, नहीं लगेगा बसों में टिकट
मुख्यमंत्री ने भी इस भावुक क्षण को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हुए कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में प्रत्येक प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
Free Bus Travel on Rakshabandhan in Uttarakhand || Image- Scroll.in file
- उत्तराखंड में रक्षाबंधन पर महिलाओं को मिलेगी मुफ्त बस सेवा।
- मुख्यमंत्री धामी ने महिला सशक्तिकरण के लिए बड़ा कदम उठाया।
- आपदा में फंसी महिला ने सीएम को बांधी राखी।
Free Bus Travel on Rakshabandhan in Uttarakhand: देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को रक्षा बंधन की पूर्व संध्या पर उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्यौहार आपसी स्नेह और विश्वास का प्रतीक है तथा समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और ऐतिहासिक महत्व से जुड़ा है।
Uttarakhand CMO says, “Chief Minister Pushkar Singh Dhami has extended greetings to the people of the state on Raksha Bandhan. In his message issued on the eve of Raksha Bandhan, the Chief Minister said that the holy festival of Raksha Bandhan is a symbol of mutual affection,… pic.twitter.com/0OPu2zFJnZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 8, 2025
महिला सशक्तिकरण के लिए आदर्श समाज का निर्माण
धामी ने महिला सशक्तिकरण पर राज्य के निरंतर प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने कहा, “महिलाओं को सशक्त बनाए बिना समृद्ध उत्तराखंड का सपना पूरा नहीं हो सकता। हम राज्य के लोगों से अपेक्षा करते हैं कि वे महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी प्रगति के लिए एक आदर्श समाज के निर्माण में सहयोग करें।”
इस बीच, मुख्यमंत्री के धराली दौरे के दौरान एक हृदयस्पर्शी घटना घटी, जिसमें गुजरात की एक पर्यटक, जो अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण फंस गई थी। उन्होंने अपने दुपट्टे का एक टुकड़ा फाड़कर मुख्यमंत्री को बांध दिया।
उत्तराखंड में स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण
Free Bus Travel on Rakshabandhan in Uttarakhand: दरअसल गुजरात के अहमदाबाद के ईशानपुर निवासी धनगौरी बरौलिया अपने परिवार के साथ गंगोत्री दर्शन के लिए उत्तराखंड आई थीं। 5 अगस्त को आई भीषण आपदा के कारण वह अपने परिवार के साथ धराली में फंस गईं। सड़क अवरुद्ध होने, लगातार मलबा आने और तेज़ बहाव के कारण स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण हो गई थी। मुख्यमंत्री स्वयं तीन दिनों से लगातार क्षेत्र में मौजूद रहकर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। बचाव दल के अथक प्रयासों से बरौलिया और उनके परिवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
मुख्यमंत्री ने भी इस भावुक क्षण को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हुए कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में प्रत्येक प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
धराली जैसे सुदूर क्षेत्र में मानवीय संवेदनाओं का यह दृश्य आपदा के बीच आशा, विश्वास और सामाजिक एकजुटता की मिसाल बन गया।

Facebook



