(फाइल फोटो के साथ)
गुवाहाटी, 10 मई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने हमेशा देश के रक्षा प्रतिष्ठान के खिलाफ नकारात्मक टिप्पणी की है।
शर्मा ने कहा कि जोरहाट के सांसद गोगोई एकमात्र ‘पाकिस्तान से सहानुभूति रखने वाले’ हैं, जिनके खिलाफ उनकी सरकार द्वारा अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है।
मुख्यमंत्री ने यहां प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘गोगोई ने टिप्पणी की थी कि रूस से एस-400 खरीदने को लेकर भारत पर अमेरिका का दबाव है। लेकिन अब आप देख सकते हैं कि इसे खरीदा गया है और पाकिस्तान के साथ संघर्ष में सशस्त्र बलों द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।’’
शर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘ उन्होंने हमेशा रक्षा प्रतिष्ठान पर नकारात्मक ट्वीट किये हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पहले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई कर चुकी है जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिया है।
शर्मा ने कहा, ‘‘गोगोई पाकिस्तानी समर्थकों में एकमात्र बड़ी मछली है, जिनके खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि, वह निगरानी में हैं।’’
मुख्यमंत्री और भाजपा हाल में लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गोगोई पर उनकी पत्नी के पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी ‘आईएसआई’ के साथ कथित संबंधों को लेकर हमलावर रहे हैं।
शर्मा ने हाल में आरोप लगाया था कि गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तानी सेना के साथ ‘अच्छे संबंध’ हैं और सांसद ने ‘व्यक्तिगत तौर पर’ पाकिस्तान का दौरा किया था और वहां 15 दिनों तक रहे थे।
मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कोलबर्न ने पाकिस्तान की 19 बार यात्रा की थी और पड़ोसी देश में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी उनके साथ थे।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने पाकिस्तान में काम किया और फिर एक गैर-सरकारी संगठन में काम करने के लिए दिल्ली आईं, लेकिन पाकिस्तान से वेतन लेना जारी रखा।’’
आरोपों का जवाब देते हुए गोगोई ने कहा था कि ‘ऐसे समय में जब पूरा देश एकजुट है और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई में केंद्र सरकार का समर्थन कर रहा है, भाजपा आईटी सेल और असम के मुख्यमंत्री तुच्छ राजनीति में लगे हैं।’
गोगोई ने एक बयान में कहा था, ‘‘हम चाहते हैं कि सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए और पहलगाम हमले की भारी कीमत वसूले।’’
भाषा
राजकुमार प्रशांत
प्रशांत