जयपुर, 14 दिसंबर (भाषा) पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से उन खबरों का संज्ञान लेने का आग्रह किया जिनमें आरोप लगाया गया है कि तीन विधायक, ‘विधायक निधि’ जारी करने के बदले कथित तौर पर रिश्वत/कमीशन ले रहे हैं।
गहलोत ने ‘एक्स’ पर लिखा,‘‘विधायकों द्वारा ‘विधायक निधि’ जारी करने के बदले रिश्वत/कमीशन लेने संबंधी प्रकाशित खबर अत्यंत गंभीर और चिंताजनक है।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शर्मा व विधानसभा अध्यक्ष देवनानी को तत्काल इस मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए।
उन्होंने लिखा,‘‘जनप्रतिनिधियों के लिए सार्वजनिक जीवन में शुचिता और ईमानदारी सर्वोपरि होनी चाहिए।’’
इस कतिपय मीडिया रिपोर्ट में तीन विधायकों पर ‘विधायक निधि’ जारी करने के बदले रिश्वत/कमीशन लेने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इन विधायकों में एक-एक विधायक कांग्रेस और भाजपा का है जबकि एक निर्दलीय विधायक है।
गहलोत ने एक अन्य पोस्ट में ‘शेखावाटी क्षेत्र में यमुना का पानी नहीं पहुंचने’ की खबर के हवाले से कहा,‘‘प्रेस वार्ता में 72 फीसदी वादे पूरे करने का दम भरने वाले मुख्यमंत्री शर्मा के लिए यह खबर किसी आईने से कम नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री का जमीनी हकीकत से सरोकार पूरी तरह खत्म हो चुका है, इसीलिए उन्हें प्रदेश की वास्तविक स्थिति का भान नहीं है।’’
उन्होंने लिखा,‘‘मुख्यमंत्री जी, प्रदेश में हाहाकार मचा है और आप दो साल का जश्न मनाने में व्यस्त हैं। आपकी सरकार की चाल तो ‘नौ दिन चले अढ़ाई कोस’ से भी बदतर साबित हो रही है।’’
भाषा पृथ्वी
संतोष
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