Good news for sex workers : दिल्ली ;भारत देश में बड़े तादाद में ” सेक्स वर्कर्स ” काम करते है। देश में कोई ऐसी शहर है जहां जिस्म फरोशी का काम किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते है योन सम्बन्ध के दौरान दोनों पार्टनर को कोई तरह की परेशानी होती है। जबकि पुरुष साथी को तो आसानी से सुविधा मिल जाती है लेकिन महिला यौनकर्मी को इलाज के लिए जगह जगह भटकना पड़ता था। कहने को हमारा सविधान हर इंसान को सामान्य अधिकार देते है लेकिन फिर भी कोई चीज़ो में न इंसान सामान्य होता है ना ही अधिकार। इन्ही सारी चीज़ो को देखते हुए एक समाजसेवी ने महिला यौनकर्मीयों के हित में बड़ा फैसला लिया है।
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नए साल के आगमन को लेकर NGO सेवाकर्मी भारती ने ” सेक्स वर्कर्स ” के इलाज के लिए एक क्लीनिक की शुरुआत की है। जहां पर ” सेक्स वर्कर्स ” और उनके परिवार का इलाज किया जाएगा। बता दें कि इस क्लीक्निक की शुरुआत दिल्ली के ‘रेड लाइट एरिया’ जीबी रोड पर पहली बार किया गया है। इस क्लीनिक का उद्घाटन रविवार को किया गया।
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बंद पड़े स्कूल के एक हिस्से में खोला गया क्लीनिक
यह क्लीनिक एक बंद पड़े स्कूल के एक हिस्से में शुरू किया गया है. सेक्स वर्कर शालिनी (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि इस सुविधा से उन्हें उस तरह के ‘अनादर’ से लड़ने में मदद मिलेगी, जिसका सामना वह शहर के अन्य हिस्सों के क्लीनिकों में जाकर करती हैं।
‘डॉक्टरों का व्यवहार भी हमारे प्रति बदल जाता है’
Good news for sex workers : उन्होंने बताया, ‘यहां तक कि डॉक्टर भी अलग तरह से व्यवहार करना शुरू कर देते हैं जब उन्हें पता चलता है कि हम सेक्स वर्कर हैं और यह क्लीनिक इस व्यवहार को बदलने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह सिर्फ हम जैसे लोगों के लिए है.’
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NGO सेवा भारती ने की क्लीनिक की शुरुआत
गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) सेवा भारती ने सेक्स वर्कर्स और उनके परिवारों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए इस क्लीनिक की शुरुआत की है. इसमें सात डॉक्टर होंगे। सेवा भारती के दिल्ली प्रांत के महासचिव सुशील गुप्ता ने कहा, ‘हमने साल के पहले दिन समाज के शोषित तबके के लिए यह पहल की है.’
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जीबी रोड में करीब 5 हजार महिलाओं के रहने का अनुमान
Good news for sex workers ; मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जीबी रोड के 77 कोठों में लगभग पांच हजार महिलाएं और बच्चियां रहती हैं. उन्हें यहां जबरदस्ती या फिर गैरकानूनी रूप से खरीदकर लाया जाता है. यहां ये सेक्स वर्कर के रूप में काम करती हैं. इनके सामने स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां आती हैं, लेकिन समाज में समान व्यवहार न मिलने के कारण ये कई बार इलाज से वंचित रह जाती हैं. अब ये क्लीनिक उनके इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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