वंदे मातरम् पर हुकूमत जोर-जबरदस्ती नहीं करे : ओवैसी

वंदे मातरम् पर हुकूमत जोर-जबरदस्ती नहीं करे : ओवैसी

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  • Publish Date - December 8, 2025 / 10:29 PM IST,
    Updated On - December 8, 2025 / 10:29 PM IST

नयी दिल्ली, आठ दिसंबर (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि भारत में आजादी इसलिए आई कि ‘‘हमने मुल्क और मज़हब को एक नहीं बनाया।’’

उन्होंने लोकसभा में वंदे मातरम् पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए कहा, ‘‘हुकूमत इस पर जोर-जबर नहीं करे, अगर जबरदस्ती करेंगे तो यह संविधान के खिलाफ है।’’

ओवैसी ने कहा कि जिन्होंने जंग-ए-आजादी में हिस्सा नहीं लिया, आज वे वतन से मोहब्बत की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देशभक्ति दिखानी है तो गरीबी खत्म की जाए।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत में आजादी इसलिए आई कि हमने मुल्क और मजहब को एक नहीं बनाया।’’ उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘‘क्या वे वंदे मातरम् को वफादारी का ‘टेस्ट’ बनाना चाहते हैं?’’

उन्होंने वंदे मातरम् गाने या इसका उद्घोष करने के मुद्दे पर कहा, ‘‘हम अपनी मां की इबादत नहीं करते, हम कुरान की भी इबादत नहीं करते और इस्लाम में अल्लाह के सिवा कोई खुदा नहीं।’’

एआईएमआईएम सांसद ने वतन-परस्ती को मजहब में तब्दील करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘वतन मेरा है और हम इसे छोड़कर नहीं जाएंगे…वफादारी का सर्टिफिकेट हमसे मत लीजिए।’’

भाजपा के तेजस्वी सूर्या ने कहा कि वंदे मातरम् पर चर्चा करने की जरूरत इसलिए पड़ी कि देश के युवा अतीत की गलतियां न करने का संकल्प लें।

उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण कांग्रेस पार्टी का हथकंडा बन गया और पार्टी की तत्कालीन सरकार ने शाहबानो मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय को पलट दिया था।

सूर्या ने कहा कि यह वही मानसकिता है जिसने वंदे मातरम् का विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘यही मानसिकता है जो आज देश में समान नागरिकत संहिता, एसआईआर (मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण) का विरोध कर रही है।’’

समाजवादी पार्टी (सपा) की इकरा चौधरी ने कहा कि ‘‘हमें वंदे मातरम् के असली भाव को समझना जरूरी है।’’

उन्होंने यमुना नदी के प्रदूषण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह सिर्फ एक नदी का संकट नहीं, बल्कि किसान का संकट है।

चौधरी ने कहा, ‘‘नमामि गंगे पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किये गए, लेकिन जब पानी जहर हो जाएगा तो जल ‘सुजलाम’ कैसे होगा? किसान ‘सुफलाम’ कैसे होगा?’’

उन्होंने सवाल किया कि क्या आज भारत में हवा ‘मलयज शीतलाम्’ है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली की हवा में सांस लेना मानो रोज 20 सिगरेट पीने जैसा हो गया है।

निर्दलीय सदस्य राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मैं जानना चाहता हूं कि आपने 53 साल राष्ट्रीय झंडा क्यों नहीं लगाया। आपकी संस्था और संगठन में कभी वंदे मातरम् गीत क्यों नहीं गाया गया?’’

सपा की प्रिया सरोज ने कहा कि वह सरकार से अनुरोध करती हैं कि राष्ट्र प्रेम को दिखावे की चीज न बनाए।

भाषा

सुभाष वैभव

वैभव