Vande Mataram Lok Sabha Debate
नई दिल्ली: Vande Mataram Lok Sabha Debate संसद के शीत सत्र में सोमवार को आजादी की जंग में भारतीयों के सबसे ताकतवर हथियार ‘वंदे मारतम्’ पर बहस छिड़ी रही। आजादी के परवानों के लिए ऊर्जा,जोश फूंकने वाला मूल मंत्र वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर मोदी सरकार देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है। सोमवार को संसद में इसी बहाने पक्ष-विपक्ष में वंदे मातरम को किसने मान दिया और किसने इससे छल किया इस पर बहस गर्माई रही।
Vande Mataram Lok Sabha Debate संसद में वंदे मारतम् पर सोमवार को जमकर बहस हुई। जिसकी शुरूआत करते हुए पीएम मोदी ने आजादी की लड़ाई में इसके योगदान की जमकर तारीफ की लेकिन इसी बहाने वंदे मातरम् को कांग्रेस पर वार का सियासी हथियार भी बना लिया। पीएम मोदी ने चुन-चुनकर कांग्रेस पर जुबानी तीर छोड़े है। जिस पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी जमकर पलटवार किया।
पीएम मोदी ने एक घंटे की अपनी स्पीच में 121 बार वंदे मातरम्, 7 बार नेहरू और 3-3 बार जिन्ना और तुष्टिकरण का जिक्र किया। पंडित नेहरू को टारगेट करने पर विपक्ष ने भी बीजेपी और RSS को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
संसद सत्र की जब से शुरूआत हुई है। SIR पर हंगामे के चलते कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही थी। ऐसे में तय किया गया कि संसद में बारी बारी से वंदे मातरम और चुनाव सुधारों पर चर्चा हो। दरअसल राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने के मौके पर सरकार देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है। ये इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वंदे मातरम् के रचना बंगाली कवि और उपन्यासकार, बंकिमचंद्र चटर्जी ने की थी। जो बंगाल से आते हैं और वहां अगले साल विधानसभा के चुनाव हैं।