Halley Comet : धरती से 76 साल में एक बार दिखता है ये धूमकेतु, इससे जुड़े हैं कई रहस्य, जानें पिछली बार कब आया था नजर

Halley's Comet is visible once in 76 years: धूमकेतु चमकदार और अधिक दर्शनीय हो सकते है लेकिन वह हजारों वर्षों में केवल एक बार दिखाई देते है।

Halley Comet : धरती से 76 साल में एक बार दिखता है ये धूमकेतु, इससे जुड़े हैं कई रहस्य, जानें पिछली बार कब आया था नजर

Halley Comet

Modified Date: September 27, 2023 / 09:43 pm IST
Published Date: September 27, 2023 9:43 pm IST

Halley’s Comet is visible once in 76 years : नई दिल्ली। हैली धूमकेतु को एक लघु-अवधि धूमकेतु के रूप में बेहतर जाना जाता है। यह प्रत्येक 75 से 76 वर्ष के अंतराल में पृथ्वी से नजर आता है। हैली ही एक मात्र लघु-अवधि धूमकेतु है जिसे पृथ्वी से नग्न आँखों से साफ़-साफ़ देखा जा सकता है और यह नग्न आँखों से देखे जाने वाला एक मात्र धूमकेतु है जो मानव जीवन में दो बार दिखाई देता है। नग्न आँखों से दिखाई देने वाले अन्य धूमकेतु चमकदार और अधिक दर्शनीय हो सकते है लेकिन वह हजारों वर्षों में केवल एक बार दिखाई देते है।

 

Halley’s Comet is visible once in 76 years : हैली के भीतरी सौरमंडल में लौटने पर इसका खगोलविज्ञानियों द्वारा 240 इ.पू. के बाद से अवलोकन और रिकार्ड दर्ज किया जाता रहा है। इस धूमकेतु के दिखने के स्पष्ट रिकॉर्ड चीनी, बेबीलोनियन और मध्यकालीन यूरोपीय शासकों द्वारा दर्ज किए गए थे परन्तु उस समय इसे आवर्ती धूमकेतु के रूप में नहीं पहचाना जा सका था। इसे आवर्ती धूमकेतु के रूप में सर्वप्रथम सन् 1705 में अंग्रेज खगोलविज्ञानी एडमंड हैली द्वारा पहचाना गया था तथा बाद में उनके नाम पर इसका नाम हैली धूमकेतु रखा गया था। हैली धूमकेतु भीतरी सौरमंडल में आखरी बार सन् 1986 में दिखाई दिया था और यह अगली बार सन् 2061 के मध्य में दिखाई देगा।

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अभी कहां है हैली कॉमेट?

फिलहाल ये धूमकेतु हाइड्रा के कॉन्सटेलेशन में मौजूद है। ये अभी क्षितिज से 19 डिग्री की ऊंचाई पर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में मौजूद है। इसकी मौजूदा चमक की वजह से इसे बस लॉन्ग एक्सपोजर फोटोग्राफी के माध्यम से देखा जा सकता है। फिलहाल पृथ्वी से इसकी दूरी 5,335,754,983 किलोमीटर है। लाइट को इस कॉमेट से गुजरकर हम तक आने में 4 घंटे, 56 मिनट और 38.1628 सेकंड लगते हैं।

क्या है इस धूमकेतु का साइज?

इस कॉमेट का डायमेंशन लगभग 9.3 गुणा मील है। यह सोलर सिस्टम की सबसे गहरी वस्तुओं में से एक है। इसका अल्बेडो 0.03 है, जिसका मतलब है कि यह अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश का केवल 3% ही रिफ्लेक्ट करता है।

 

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लेखक के बारे में

Shyam Bihari Dwivedi, Content Writter in IBC24 Bhopal, DOB- 12-04-2000 Collage- RDVV Jabalpur Degree- BA Mass Communication Exprince- 5 Years