10वीं की परीक्षा में शामिल होने से छात्राओं ने किया इंकार, कहा- हिजाब हटाने के लिए कहा, लेकिन ऐसा नहीं कर सकते

हिजाब हटाने के लिए कहा, लेकिन ऐसा नहीं कर सकते! hijab row: Several students skip Class 10 preparatory exams

10वीं की परीक्षा में शामिल होने से छात्राओं ने किया इंकार, कहा- हिजाब हटाने के लिए कहा, लेकिन ऐसा नहीं कर सकते
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: February 15, 2022 2:26 am IST

शिवमोग्गा: skip Class 10 preparatory exams कर्नाटक के उडुपी की एक यूनिवर्सिटी से उपजा हिजाब विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मामले में रोजाना एक नया विवाद खड़ा हो जाता है। आज भी इस मुद्दे को लेकर नया विवाद सामने आया है। दरअसल प्रदेश के स्कूल की छात्राओं ने 10वीं की परीक्षा में बैठने से इंकार कर दिया। बताया जा रहा है कि छात्राओं को स्कूल प्रबंधन की ओर से हिजाब निकालने को कहा गया था, जिसके बाद उन्होंने परीक्षा में शामिल होने से मना कर दिया। हालांकि यह बोर्ड नहीं प्रारंभिक परीक्षा है।

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skip Class 10 preparatory exams मिली जानकारी के अनुसार मामला शिवमोग्गा शहर के कर्नाटक पब्लिक स्कूल का है, जहां 10वीं कक्षा की कई छात्राओं ने परीक्षा में शामिल होने से मना कर दिया। स्कूल की एक छात्रा हिना कौसर कहती हैं, “मुझे स्कूल में प्रवेश करने से पहले हिजाब हटाने के लिए कहा गया था। मैं ऐसा नहीं कर सकती, इसलिए मैंने परीक्षा में शामिल नहीं होने का फैसला किया।”

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दरअसल, देश में हिजाब को लेकर विवाद कर्नाटक के उडुपी की एक यूनिवर्सिटी से शुरू हुआ था। कॉलेज में छह छात्राएं हिजाब पहनकर क्‍लास में आई थीं। इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों में भी आए। राज्य में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां मुस्लिम छात्राओं को हिजाब में कॉलेजों या कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

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इस विवाद ने तब और सियासी तापमान बढ़ा दिया जब एक और समूह के छात्र-छात्राओ ने कॉलेज में भगवा गमछा, स्कॉर्फ, और साफा पहनकर कर आना शुरू किया और जय श्री राम के नारे लगाए. इसके बाद देशभर में प्रदर्शन हुए। नौबत यहां तक पहुंच गई कि कर्नाटक के स्कूल कॉलेजों को तीन दिन के लिए बंद करना पड़ा।

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