Himachal Pradesh Disaster: भारी बारिश से अबतक राज्य में 276 लोगों की मौत.. मानसून ने आम लोगों का जीना किया मुहाल, अब फिर चेतावनी जारी
क्षेत्रीय रिपोर्टों से पता चला है कि लुग घाटी, मणिकरण, सैंज, जिभी, मंडी-जोगिंदरनगर खंड और किन्नौर के थांगी-चारंग के कई इलाके पूरी तरह से कट गए हैं। इन इलाकों में पुनर्निर्माण कार्य चल रहा था, लेकिन लगातार बारिश और ताज़ा भूस्खलन के कारण इसमें समस्या आ रही थी।
Himachal Pradesh Disaster Deaths || Image- PTI Bhasha
- हिमाचल में भारी बारिश से अब तक 276 मौतें हुईं।
- 366 सड़कें बंद, बिजली और जलापूर्ति प्रभावित हुई।
- प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में यात्रा से बचने की सलाह दी।
Himachal Pradesh Disaster Deaths: शिमला: हिमाचल प्रदेश में 20 जून से अब तक मानसून के कारण मरने वालों की कुल संख्या 276 हो गई है। इनमें 143 लोगों की मौत भूस्खलन, अचानक बाढ़ और घर गिरने जैसी बारिश से जसई घटनाओं में हुई है। वही 133 लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में गई है, यह जानकारी हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) ने दी है।
हिमाचल प्रदेश से भारी बारिश से तबाही
एचपीएसडीएमए ने बताया कि, भारी मानसूनी बारिश ने हिमाचल प्रदेश के बड़े हिस्से को पंगु बना दिया है। पिछले 24 घंटों में 366 सड़कें अवरुद्ध हो गईं, 929 क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई और 139 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुईं।
कुल्लू में राष्ट्रीय राजमार्ग-305 और मंडी में राष्ट्रीय राजमार्ग-154 सड़कें धंसने और भूस्खलन के कारण अवरुद्ध रहे, जबकि मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सिरमौर और चंबा जिलों में दर्जनों प्रमुख संपर्क सड़कें परिवहन के लायक नहीं बची है।
174 सड़कें अवरुद्ध, 98 डीटीआर बंद
कुल्लू में सबसे ज़्यादा तबाही देखी गई है। यहां 125 सड़कें बंद हो गईं है, 281 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) क्षतिग्रस्त हो गए और 56 जलापूर्ति योजनाएँ प्रभावित हुईं। इसके बाद मंडी में 174 सड़कें अवरुद्ध, 98 डीटीआर बंद और 60 जलापूर्ति योजनाएँ बाधित हुईं।
प्रशासन ने जारी की आम लोगों के लिए चेतावनी
क्षेत्रीय रिपोर्टों से पता चला है कि लुग घाटी, मणिकरण, सैंज, जिभी, मंडी-जोगिंदरनगर खंड और किन्नौर के थांगी-चारंग के कई इलाके पूरी तरह से कट गए हैं। इन इलाकों में पुनर्निर्माण कार्य चल रहा था, लेकिन लगातार बारिश और ताज़ा भूस्खलन के कारण इसमें समस्या आ रही थी। अधिकारियों ने लोगों से संवेदनशील क्षेत्रों में यात्रा करने से बचने की अपील की है। मानसून के सक्रिय रहने के कारण आगे भी आम जनजीवन के प्रभावित रहने की आशंका जताई गई है।

Facebook



