Indepedence Day 2025: 15 अगस्त पर निगम क्षेत्र में नहीं बिकेगा मांस-मटन.. ओवैसी ने पूछा, ‘मांस खाने और स्वतंत्रता दिवस मनाने के बीच क्या संबंध है?’

ओवैसी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कई नगर पालिकाओं ने आगामी त्योहारों के दौरान मांस की दुकानों और बूचड़खानों को बंद करने के संबंध में इसी तरह के निर्देश जारी किए हैं।

Indepedence Day 2025: 15 अगस्त पर निगम क्षेत्र में नहीं बिकेगा मांस-मटन.. ओवैसी ने पूछा, ‘मांस खाने और स्वतंत्रता दिवस मनाने के बीच क्या संबंध है?’

Ban on meat sale on August 15 || Image- the tribune file

Modified Date: August 13, 2025 / 11:54 am IST
Published Date: August 13, 2025 11:54 am IST
HIGHLIGHTS
  • ओवैसी ने मांस बिक्री प्रतिबंध को असंवैधानिक और कठोर बताया।
  • नगर निगम ने स्वतंत्रता दिवस पर मांस दुकानों को बंद किया।
  • आदेश ने आजीविका, संस्कृति और पोषण अधिकारों पर सवाल खड़े किए।

Ban on meat sale on August 15: हैदराबाद: एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने स्वतंत्रता दिवस पर मांस की दुकानों और बूचड़खानों को बंद करने के हैदराबाद नगर निगम के आदेश पर सवाल उठाते हुए इस गलत बताया है।

READ MORE: Govt Duty Tour Allowance Increase: सरकारी कर्मचारियों के यात्रा भत्ते में इजाफा.. 15 अगस्त से पहले मिली बड़ी सौगात, अब इतना मिलेगा टीए

एआईएमआईएम नेता ने मांस पर प्रतिबंध और स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे के तर्क पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह आदेश लोगों के स्वतंत्रता, निजता, आजीविका, संस्कृति, पोषण और धर्म के अधिकार का उल्लंघन करता है।

 ⁠

‘कठोर और असंवैधानिक निर्णय’: ओवैसी

Ban on meat sale on August 15: ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “लगता है भारत भर के कई नगर निगमों ने आदेश दिया है कि 15 अगस्त को बूचड़खाने और मांस की दुकानें बंद रखी जाएं। दुर्भाग्य से हैदराबाद नगर निगम ने भी ऐसा ही आदेश दिया है।” उन्होंने कहा, “यह कठोर और असंवैधानिक है। मांस खाने और स्वतंत्रता दिवस मनाने के बीच क्या संबंध है? तेलंगाना के 99% लोग मांस खाते हैं। ये मांस प्रतिबंध लोगों के स्वतंत्रता, निजता, आजीविका, संस्कृति, पोषण और धर्म के अधिकार का उल्लंघन करते हैं।” ओवैसी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कई नगर पालिकाओं ने आगामी त्योहारों के दौरान मांस की दुकानों और बूचड़खानों को बंद करने के संबंध में इसी तरह के निर्देश जारी किए हैं।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown