श्रीनगर, 18 अप्रैल (भाषा) हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने दावा किया कि अधिकारी उन्हें जुमे की नमाज के दौरान मुद्दों पर तकरीर देने से रोकने के लिए शुक्रवार को नजरबंद कर देते हैं।
मीरवाइज ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘हर शुक्रवार को मुझे मनमाने ढंग से नजरबंद कर दिया जाता है! मुझ पर दबाव डाला जाता है कि मैं कुछ न बोलूं। इस प्रतिबंध का उद्देश्य घाटी की मुस्लिम संस्थाओं, जामा मस्जिद और मीरवाइज के कार्यालय के प्रभाव को कमजोर करना है, तथा मुसलमानों और उन सभी लोगों को सामूहिक दुख पहुंचाना है जो इस सत्तावादी और सांप्रदायिक दृष्टिकोण का विरोध करते हैं।’’
घाटी के मुख्य इमाम ने कहा कि धैर्य ही उनकी एकमात्र ताकत है, क्योंकि वह अपने घर में नजरबंदी के खिलाफ अदालती फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘नजरबंदी के खिलाफ मेरा मामला अब भी अदालत में लंबित है, जहां मैं माननीय उच्च न्यायालय से राहत का अनुरोध कर रहा हूं, लेकिन ऐसे समय में धैर्य ही हमारी एकमात्र ताकत है।’’
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश