इस सदी में भारत में होगी भयावह स्थिति, रिपोर्ट में बताया मौसम पर नहीं संभले तो…

इस सदी में भारत में होगी भयावह स्थिति, रिपोर्ट में बताया मौसम पर नहीं संभले तो...

इस सदी में भारत में होगी भयावह स्थिति, रिपोर्ट में बताया मौसम पर नहीं संभले तो…
Modified Date: November 29, 2022 / 08:45 pm IST
Published Date: June 15, 2020 11:17 am IST

नई दिल्ली। देश में पिछले दो दशकों से क्लाइमेट चेंज होने की वजह से मॉनसून के बाद आने वाले चक्रवाती तूफानों की तीव्रता और संख्या बढ़ गई है। वहीं सबसे गर्म दिन का तापमान 0.63 डिग्री सेल्सियस और सबसे ठंडी रात का तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ चुका है।

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इसे लेकर भारत सरकार के वैज्ञानिक संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियेरोलॉजी की पहली क्लाइमेट एसेसमेंट रिपोर्ट पेश की है। जिसमें बताया कि इस सदी में भारत में भयावह स्थिति पैदा होने की संभावना है।

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‘एसेसमेंट ऑफ क्लाइमेट चेंज ओवर द इंडियन रीजन’ की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस सदी के अंत तक भारत का औसत तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं, यहां चलने वाली हीट वेव यानी गर्मी की लहर 3 से 4 गुना ज्यादा हो जाएगी। चक्रवाती तूफानों की संख्या और तीव्रता बढ़ जाएगी। समुद्र का जलस्तर 30 सेंटीमीटर बढ़ जाएगा।

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वहीं देश के क्लाइमेट की इतनी भयावह स्थिति पिछले 30 सालों में हुई है। रिपोर्ट की माने तो 21वीं सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में 55 से 70 फीसदी का इजाफा हो जाएगा। इसकी वजह से इकोसिस्टम, कृषि, साफ पानी स्रोत, ढांचागत विकास की हालत खराब हो जाएगी। इसके साथ ही उत्तरी हिंद महासागर में चक्रवाती तूफानों के आने की संख्या में बढ़ोतरी होने की भविष्यवाणी इस रिपोर्ट में की गई है।

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