नूपुर शर्मा के विवादित मामले को लेकर पाकिस्तान ने इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी की ओर से संयुक्त राष्ट्र में उठाया है। भारत में पैग़ंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ हुई विवादित टिप्पणी को संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने बैठक में भारत की सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की ओर से विवादित टिप्पणी पर चिंता जताई।
बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पिछले महीने एक टीवी डिबेट के दौरान पैग़ंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी, जिसे लेकर माहौल काफी गर्म था। पाकिस्तान समेत कई मुस्लिम देशों ने इस पर आपत्ति जताई थी।
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बाद में बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था, जबकि विवादित ट्वीट करने वाले एक और नेता नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। भारत के कई शहरों में विरोध प्रदर्शनों के दौरान भयानक हिंसा भी हुई थी। झारखंड में तो दो लोगों की मौत भी हो गई थी। वहीं कहीं — कहीं पर विरोध प्रदर्शन भी किए गए थे।
सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक बैठक में इस्लामोफ़ोबिया से जुड़ी घटनाएँ डेढ़ अरब से ज़्यादा मुसलमानों की भावनाओं को आहत पहुंची, और अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर इसका दुरुपयोग किया गया।
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मुनीर अकरम ने कहा है कि अगर इस तरह की घटनाओं को ऐसे ही छोड़ दिया जाएगा, तो इससे शांति और विकास पर असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि इससे संघर्ष की स्थिति भी पैदा हो सकती है।
साथ ही धार्मिक तनाव बढ़ सकता है, और मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाएँ भी व्यापक स्तर पर हो सकती हैं। पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि ने भारत में हुई घटना के साथ-साथ स्वीडन के प्रदर्शनों और अन्य ऐसी ही घटनाओं का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि ओआईसी इस तरह के उकसावे वाली घटनाओं से काफी चिंतित हैं।