भारत और बांग्लादेश सीमावर्ती आबादी के वास्ते पांच संयुक्त विकास परियोजनाएं शुरू करने पर राजी

भारत और बांग्लादेश सीमावर्ती आबादी के वास्ते पांच संयुक्त विकास परियोजनाएं शुरू करने पर राजी

  •  
  • Publish Date - June 14, 2023 / 04:28 PM IST,
    Updated On - June 14, 2023 / 04:28 PM IST

नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) भारत और बांग्लादेश के सीमा प्रहरी बलों ने दोनों तरफ के स्थानीय लोगों की मदद के लिए 4096 किलोमीटर लंबी सीमा पर पांच विकास परियोजनाओं पर साथ मिलकर निर्माण कार्य शुरू करने का ‘अहम’ निर्णय लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

यहां 11 जुलाई को शुरू हुई चार दिवसीय सीमा वार्ता के समापन पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने यह भी कहा कि वे सीमावर्ती क्षेत्र में बांग्लादेशी नागरिकों के मारे जाने की घटनाएं ‘कम करने’ पर स्वतंत्र एवं संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं। साल में दो बार यह वार्ता होती है।

मौतों का यह मुद्दा दो पड़ोसी देशों के बीच अक्सर तनाव पैदा करने वाला विषय रहा है। इस सिलसिले में बीएसएफ का कहना है कि बदमाश या तस्कर सीमापार अपराधों में लगे रहते हैं एवं उसके कर्मियों पर हमला करते हैं।

इस 53 वीं सीमावर्ता की अगुवाई बीएसएफ और बीजीबी के महानिदेशकों ने की तथा यहां छावला में बीएसएफ कैंप में ‘वार्ता के संयुक्त रिकार्ड’ पर दस्तख्त के साथ इसका समापन हुआ।

बीएसएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘ इस सम्मेलन के दौरान भारत-बांग्लादेश सीमा पर लोगों की जिंदगी पर बहुत सकारात्मक असर डालने वाले एक अहम निर्णय के तहत कुल पांच विकास परियोजनाओं पर सहमति बनी और दोनों पक्ष इस क्षेत्र की प्रगति की दिशा में मिलकर प्रयास करने पर राजी हुए।’’

बीएसएफ ने काह, ‘‘ यह निर्णय आम जनजीवन की संपूर्ण गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक अहम कदम है और यह दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापारिक संबंध की राह सुगम बनायेगा।’’

इन पांच विकास परियोजनाओं का संबंध असम, पश्चिम बंगाल , मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा में बेली पुल के निर्माण, सड़क मरम्मत और सीमा पर दीवार को मजबूत करने से है।

दोनों सीमा प्रहरी बलों के प्रमुखों ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों बल यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं कि सीमा पर सुरक्षाबलों के हाथों मौतें कम से कम हों।

भाषा राजकुमार नरेश

नरेश